शाहीन बाग के गोलीबाज का बीजेपी ने AAP से जोड़ा नाम तो संजय सिंह ने दिया भाजपाई होने का सबूत

Written by Sabrangindia Staff | Published on: February 5, 2020
नई दिल्ली। शाहीन बाग में फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर का संबंध आम आदमी पार्टी से होने की बात को उसके परिवार वालों ने खारिज कर दिया है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर इस बात का खुलासा किया है। साथ ही उन्होंने ये भी लिखा है कि कपिल गुर्जर के परिवार ने बीजेपी प्रत्याशी को माला पहनाई थी। 



संजय सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा है कि तुम्हारी गंदी राजनीति का खुलासा हो गया अमित शाह। सुनो कपिल गुज्जर का परिवार खुद कह रहा है कि उनका AAP से कोई रिश्ता नहीं है। BJP प्रत्याशी को माला पहनाई है। भाजपा की साजिश रोकने के लिये चुनाव आयोग हस्तक्षेप करे।
 
एक वीडियो में कपिल के पिता और उसके भाई ने स्पष्ट किया है कि आम आदमी पार्टी से उनका कोई संबंध नहीं है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार करने आए आप पार्टी के लोगों ने औपचारिक तौर पर सभी गांव वालों को टोपी और पटका पहनाया वैसे ही हमें भी पहनाया। हमारा आप पार्टी से कोई भी संबंध नहीं है। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को भी माला पहनाई थी। 

कपिल गुर्जर के पिता ने कहा कि अब उनका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। कुछ समय पहले उन्होंने बीएसपी ज्वाइन की थी, लेकिन तबियत खराब होने के चलते उन्होंने राजनीति छोड़ दी और अपना काम करने लगे। तब से उनका किसी भी पार्टी से कोई संबंधन नहीं है। बता दें कि शाहीन बाग में गोली चलाने वाले कपिल गुर्जर के फोन से मिले फोटो से ये खुलासा हुआ था कि उसका संबंध आम आदमी पार्टी से है। 

ये खबर सामने आते ही मंगलवार रात संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए पूछा था कि किसके इशारे पर दिल्ली पुलिस बयान दे रही है? जो फोटो जांच का हिस्सा है वो पहले ही भाजपा के पास कैसे पहुंच गयी? खबर बाहर आने से पहले ही आज सुबह मनोज तिवारी ने बयान दिया कि आरोपी आम आदमी पार्टी से है, मनोज तिवारी को पहले ही इसकी खबर कैसे मिली? उन्होंने कहा, "गोपाल शर्मा नाम के व्यक्ति ने गोली चलाई थी, गोपाल शर्मा बजरंग दल का सदस्य है। क्या अमित शाह की पुलिस ने गोपाल शर्मा के केस में एक बार भी बजरंग दल का नाम लिया? जैसे आम आदमी पार्टी का नाम उछाल रहे हैं, वैसे बजरंग दल का नाम क्यों नही ले रही है पुलिस" 

 

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