रोहित वेमुला की पांचवीं बरसी पर छोटे भाई राजा ने अपनी कानून की डिग्री उन्हें समर्पित की व दलित अधिकारों के लिए लड़ने का ऐलान किया।
युनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद में ठीक पांच साल पहले 17 जनवरी 2016 को पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने खुदकुशी कर ली थी। 26 वर्षीय दलित छात्र रोहित वेमुला की मौत से पूरा देश आंदोलित हुआ था। इसे लोगों ने संस्थागत हत्या करार दिया था। आत्महत्या से पहले रोहित वेमुला ने अपना सुसाइड नोट भी छोड़ा था जो बेहद मार्मिक है। रोहित के लिखे अंतिम पत्र का लब्बोलुआब ये था कि उन्हें सात महीनों से फेलोशिप की रकम नहीं मिली थी और हिंदुत्ववादी संगठन के छात्र व वाइस चांसलर द्वारा भी प्रताड़ित किया जा रहा था। रोहित की मां राधिका वेमुला आज भी अपने बेटे को याद कर भावुक हो जाती हैं।
राधिका वेमुला आज भी अपने बेटे को इंसाफ के लिए संघर्ष कर रही हैं। राधिका को दलित बहुजन एक्टिविस्ट व छात्रों द्वारा मां या अम्मा कहकर बुलाया जाता है। आज वे हजारों बेटों की मां हैं। रोहित की पांचवीं डेथ एनिवर्सिरी उनके परिवार के लिए कई मायनों में खास है क्योंकि उनके छोटे भाई राजा वेमुला को वकील की डिग्री मिल गई है। राजा ने कानून की डिग्री को रोहित को समर्पित करते हुए उसे उनके स्मारक पर रखा।
रोहित की मां राधिका वेमुला ने राजा को कानून की डिग्री लेने की बात पिछले साल दिसंबर में ट्विटर पर साझा की थी। ये जानकारी देते हुए कहा था कि रोहित की मौत के बाद ये उनकी जिदंगी का बड़ा बदलाव है। साथ ही कहा कि उनका बेटा वकील के तौर पर लोगों के हकों के लिए काम करेगा। जिसके जरिए उनकी समाज को कुछ लौटाने की कोशिश होगी।
राधिका वेमुला ने कहा कि मैं इस दिन का इंतजार 364 दिन करती हूं। ऐसा कोई दिन नहीं होता जब हम रोहित को याद नहीं करते हों। यह कहते हुए उनकी आवाज भरभरा गई और वे बेटे के शोक में खो गईं। लेकिन उन्होंने अपनी आंखों में डबडबाए आंसुओं को वापस ले लिया क्योंकि उन्होंने अपने छोटे बेटे राजा को रोहित के लिए न्याय पाने के लिए समर्पित ही नहीं किया बल्कि, उन सभी के लिए भी जो पीड़ित हैं।
युनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद में ठीक पांच साल पहले 17 जनवरी 2016 को पीएचडी छात्र रोहित वेमुला ने खुदकुशी कर ली थी। 26 वर्षीय दलित छात्र रोहित वेमुला की मौत से पूरा देश आंदोलित हुआ था। इसे लोगों ने संस्थागत हत्या करार दिया था। आत्महत्या से पहले रोहित वेमुला ने अपना सुसाइड नोट भी छोड़ा था जो बेहद मार्मिक है। रोहित के लिखे अंतिम पत्र का लब्बोलुआब ये था कि उन्हें सात महीनों से फेलोशिप की रकम नहीं मिली थी और हिंदुत्ववादी संगठन के छात्र व वाइस चांसलर द्वारा भी प्रताड़ित किया जा रहा था। रोहित की मां राधिका वेमुला आज भी अपने बेटे को याद कर भावुक हो जाती हैं।
राधिका वेमुला आज भी अपने बेटे को इंसाफ के लिए संघर्ष कर रही हैं। राधिका को दलित बहुजन एक्टिविस्ट व छात्रों द्वारा मां या अम्मा कहकर बुलाया जाता है। आज वे हजारों बेटों की मां हैं। रोहित की पांचवीं डेथ एनिवर्सिरी उनके परिवार के लिए कई मायनों में खास है क्योंकि उनके छोटे भाई राजा वेमुला को वकील की डिग्री मिल गई है। राजा ने कानून की डिग्री को रोहित को समर्पित करते हुए उसे उनके स्मारक पर रखा।
रोहित की मां राधिका वेमुला ने राजा को कानून की डिग्री लेने की बात पिछले साल दिसंबर में ट्विटर पर साझा की थी। ये जानकारी देते हुए कहा था कि रोहित की मौत के बाद ये उनकी जिदंगी का बड़ा बदलाव है। साथ ही कहा कि उनका बेटा वकील के तौर पर लोगों के हकों के लिए काम करेगा। जिसके जरिए उनकी समाज को कुछ लौटाने की कोशिश होगी।
राधिका वेमुला ने कहा कि मैं इस दिन का इंतजार 364 दिन करती हूं। ऐसा कोई दिन नहीं होता जब हम रोहित को याद नहीं करते हों। यह कहते हुए उनकी आवाज भरभरा गई और वे बेटे के शोक में खो गईं। लेकिन उन्होंने अपनी आंखों में डबडबाए आंसुओं को वापस ले लिया क्योंकि उन्होंने अपने छोटे बेटे राजा को रोहित के लिए न्याय पाने के लिए समर्पित ही नहीं किया बल्कि, उन सभी के लिए भी जो पीड़ित हैं।