‘कर लो दुनिया मुट्ठी में ‘ – मुकेश अंबनी की कंपनी रिलायंस का यह जगप्रसिद्ध नारा है। लेकिन अंबनी की दुनिया में उन लोगों की जगह कीड़े-मकोड़ों जैसी है जो अपनी मेहनत से उसका साम्राज्य खड़ा करते हैं। इन दिनों जयपुर में रिलायंस जियो के मज़ूदरो की हड़ताल चल रही है क्योंकि कंपनी ने अपने दो हज़ार से ज़्यादा कर्मचारियों की ग़ैरक़ानूनी ढंग से निकाल दिया है। मीडिया पर क़ाबिज़ अंबानी की इस महात्वकांक्षी परियोजना से जुड़ी हड़ताल की ख़बर पर मीडिया की शर्मनाक चुप्पी देखने लायक़ है।
गौरतलब है कि जिन कर्मचारियों को निकाला गया उन्होंने रिलायंस जियो की समय पर लांचिंग के लिए रात-दिन मेहनत की थी। उन्होंने बिना किसी ओवरटाइम 12-14 घंटे काम किया। नियुक्ति पत्र पर उल्लखित तनख्वाह और असली तनख्वाह में भारी अंतर व नाजायज़ तरीके से बिना कोई रसीद या डिटेल दिए पीएफ व कॉर्पोरेट मेडिकल पॉलिसी के नाम पर मोटी रकम वासूलने के बाद जियो के लांच होते ही इन कर्मचारियों को गैरकानूनी तरीके से निकाल दिया गया। कंपनी श्रम कानूनों का घोर उल्लंघन कर रही है।
एक्टू के बैनर तले चल रहे इस कर्मचारी आंदोलन की प्रेस विज्ञप्ति पढ़ें—
हड़ताली कर्मचारियों का वीडियो भी देखें ।
गौरतलब है कि जिन कर्मचारियों को निकाला गया उन्होंने रिलायंस जियो की समय पर लांचिंग के लिए रात-दिन मेहनत की थी। उन्होंने बिना किसी ओवरटाइम 12-14 घंटे काम किया। नियुक्ति पत्र पर उल्लखित तनख्वाह और असली तनख्वाह में भारी अंतर व नाजायज़ तरीके से बिना कोई रसीद या डिटेल दिए पीएफ व कॉर्पोरेट मेडिकल पॉलिसी के नाम पर मोटी रकम वासूलने के बाद जियो के लांच होते ही इन कर्मचारियों को गैरकानूनी तरीके से निकाल दिया गया। कंपनी श्रम कानूनों का घोर उल्लंघन कर रही है।
एक्टू के बैनर तले चल रहे इस कर्मचारी आंदोलन की प्रेस विज्ञप्ति पढ़ें—
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