भाजपाशासित राज्य राजस्थान में जीका वायरस उसी तरह से बेकाबू होता जा रहा है, जैसा नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्रित्व काल में गुजरात में स्वाइन फ्लू हो गया था।
राजस्थान में अब तक जीका वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 100 तक पहुंच गई है। पीड़ितों में से 23 गर्भवती महिलाएं हैं। बुधवार को जयपुर और पास के दो जिलों में 20 नए मरीज सामने आए।
जीका वायरस पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद, आईसीएमआर की टीम भेजी है, जो जयपुर पहुंच चुकी है।
सिंधी कैंप और घनी आबादी वाले शास्त्री नगर इलाके से लिए गए मच्छरों के नमूने में जीका वायरस पाया गया है। राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा और स्वास्थ्य वीनू गुप्ता ने बुधवार को जयपुर में बैठक की और जीका वायरस के संक्रमण के मामलों की जानकारी दी।
नवभारत टाइम्स के अनुसार, राजपूत हॉस्टल के 84 छात्रों के खून और पेशाब के नमूने जांच के लिए गए हैं। उनमें से 14 छात्रों को इलाज के लिए अलग वार्ड में भेजा गया है। जयपुर में जीका संक्रमण के अधिकतर मामले शास्त्री नगर इलाके में पाए गए हैं। प्रभावित इलाकों में लगातार फॉगिंग और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लार्वा को नष्ट करने के उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक हालात काबू में नहीं आ सके हैं।
सर्वाधिक चिंता की बात तो ये है कि राजस्थान से निकलकर जीका वायरस अब पड़ोसी राज्यों में फैलने लगा है। इंदौर में स्वास्थ्य विभाग ने तो अलर्ट जारी कर ही दिया है। लोगों को राजस्थान की यात्रा करने से बचने की भी सलाह दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि यदि राजस्थान से कोई यात्रा करके आए और उसे बीमारी के लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इसके अलावा, प्राइवेट अस्पतालों को भी निर्देश जारी किया गया है कि जीका वायरस के लक्षणों वाला कोई मरीज आए तो उसके सैंपल जांच के लिए आईडीएसपी शाखा को भेजे जाएं।
राजस्थान में अब तक जीका वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 100 तक पहुंच गई है। पीड़ितों में से 23 गर्भवती महिलाएं हैं। बुधवार को जयपुर और पास के दो जिलों में 20 नए मरीज सामने आए।
जीका वायरस पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद, आईसीएमआर की टीम भेजी है, जो जयपुर पहुंच चुकी है।
सिंधी कैंप और घनी आबादी वाले शास्त्री नगर इलाके से लिए गए मच्छरों के नमूने में जीका वायरस पाया गया है। राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा और स्वास्थ्य वीनू गुप्ता ने बुधवार को जयपुर में बैठक की और जीका वायरस के संक्रमण के मामलों की जानकारी दी।
नवभारत टाइम्स के अनुसार, राजपूत हॉस्टल के 84 छात्रों के खून और पेशाब के नमूने जांच के लिए गए हैं। उनमें से 14 छात्रों को इलाज के लिए अलग वार्ड में भेजा गया है। जयपुर में जीका संक्रमण के अधिकतर मामले शास्त्री नगर इलाके में पाए गए हैं। प्रभावित इलाकों में लगातार फॉगिंग और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लार्वा को नष्ट करने के उपाय किए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक हालात काबू में नहीं आ सके हैं।
सर्वाधिक चिंता की बात तो ये है कि राजस्थान से निकलकर जीका वायरस अब पड़ोसी राज्यों में फैलने लगा है। इंदौर में स्वास्थ्य विभाग ने तो अलर्ट जारी कर ही दिया है। लोगों को राजस्थान की यात्रा करने से बचने की भी सलाह दी जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि यदि राजस्थान से कोई यात्रा करके आए और उसे बीमारी के लक्षण होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इसके अलावा, प्राइवेट अस्पतालों को भी निर्देश जारी किया गया है कि जीका वायरस के लक्षणों वाला कोई मरीज आए तो उसके सैंपल जांच के लिए आईडीएसपी शाखा को भेजे जाएं।