नई दिल्ली। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के पूर्व CEO पार्थ दासगुप्ता के साथ रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अरनब गोस्वामी की व्हाट्सएप चैट से हुए खुलासे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गंभीर सवाल उठाए हैं। राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित अर्नब गोस्वामी पर भी हमला बोला। पुलवामा हमले पर जश्न मनाने और बालाकोट एयर स्ट्राइक की जानकारी तीन दिन पहले से ही रखने वाले अर्नब गोस्वामी की मुश्किलें अब बढ़ती जा रही हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि एक सुनियोजित हमले से संबंधित राष्ट्र की गुप्त सूचना की संवेदनशील जानकारी को पत्रकार को लीक करना एक 'आपराधिक कृत्य' है और इसके पीछे जिम्मेदार लोगों को जेल में डाला जाना चाहिए। उन्होंने यह बात पत्रकार अर्णब गोस्वामी के हाल में लीक हुए कथित वॉट्सएप चैट पर पूछे सवाल के जवाब में कही, जिसमें वह पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में हवाई हमले से पहले ऐसे हमले की चर्चा करते पाए गए हैं।
राहुल गांधी ने कहा, "किसी भी संवेदनशील जानकारी का लीक होना आपराधिक कृत्य है। यह उस व्यक्ति पर लागू होता है जो इसे भेजता है और जो व्यक्ति इसे प्राप्त करता है।" उन्होंने कहा कि सुनियोजित हमले से जुड़ी जानकारी राष्ट्र का एक संवेदनशील मुद्दा था, जिसकी जानकारी केवल प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, भारतीय वायु सेना प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पास होती है।
राहुल गांधी ने कहा, "मैं यह जानना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री या एनएसए में से किसने पत्रकार को गुप्त जानकारी लीक की। यह एक आपराधिक कृत्य है। अगर पत्रकार को इस तरह की जानकारी उसके व्हाट्सएप पर होती है, तो मुझे लगता है कि यह संभवत: पाकिस्तानियों के पास भी उपलब्ध हो सकती है।"
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि एक पत्रकार को इस तरह की जानकारी लीक करने से भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट्स और पायलटों को खतरा है और यह 'देशभक्ति' का कार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसी गुप्त जानकारी लीक करने वालों को जेल में डालने की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए।
बता दें कि ऐसे समय में जबकि अन्य राजनीतिक दल व मेनस्ट्रीम मीडिया भी अर्नब लीक्स पर बोलने से बचते आ रहे हैं, राहुल गांधी खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग मुझे छू भी नहीं सकते क्योंकि मैं साफ हूं। हालांकि, ये मुझे गोली मार सकते हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि एक सुनियोजित हमले से संबंधित राष्ट्र की गुप्त सूचना की संवेदनशील जानकारी को पत्रकार को लीक करना एक 'आपराधिक कृत्य' है और इसके पीछे जिम्मेदार लोगों को जेल में डाला जाना चाहिए। उन्होंने यह बात पत्रकार अर्णब गोस्वामी के हाल में लीक हुए कथित वॉट्सएप चैट पर पूछे सवाल के जवाब में कही, जिसमें वह पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में हवाई हमले से पहले ऐसे हमले की चर्चा करते पाए गए हैं।
राहुल गांधी ने कहा, "किसी भी संवेदनशील जानकारी का लीक होना आपराधिक कृत्य है। यह उस व्यक्ति पर लागू होता है जो इसे भेजता है और जो व्यक्ति इसे प्राप्त करता है।" उन्होंने कहा कि सुनियोजित हमले से जुड़ी जानकारी राष्ट्र का एक संवेदनशील मुद्दा था, जिसकी जानकारी केवल प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री, भारतीय वायु सेना प्रमुख और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पास होती है।
राहुल गांधी ने कहा, "मैं यह जानना चाहता हूं कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री या एनएसए में से किसने पत्रकार को गुप्त जानकारी लीक की। यह एक आपराधिक कृत्य है। अगर पत्रकार को इस तरह की जानकारी उसके व्हाट्सएप पर होती है, तो मुझे लगता है कि यह संभवत: पाकिस्तानियों के पास भी उपलब्ध हो सकती है।"
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि एक पत्रकार को इस तरह की जानकारी लीक करने से भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट्स और पायलटों को खतरा है और यह 'देशभक्ति' का कार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसी गुप्त जानकारी लीक करने वालों को जेल में डालने की प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए।
बता दें कि ऐसे समय में जबकि अन्य राजनीतिक दल व मेनस्ट्रीम मीडिया भी अर्नब लीक्स पर बोलने से बचते आ रहे हैं, राहुल गांधी खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि ये लोग मुझे छू भी नहीं सकते क्योंकि मैं साफ हूं। हालांकि, ये मुझे गोली मार सकते हैं।