विजयदशमी के मौके पर पंजाब के 800 गांवों के किसानों ने फूंके पीएम मोदी, अंबानी और अडानी के रावण रूपी पुतले

Written by sabrang india | Published on: October 26, 2020
पंजाब समेत देश के कई हिस्सों में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान केंद्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग कर रहे हैं। 
खबरों के मुताबिक पंजाब के 800 से ज्यादा गांवों के किसानों ने विजयदशमी के मौके पर रावण रूपी पीएम मोदी-अंबानी-अडानी के रावण रूपी पुतले फूंके। किलीयांवाली मंडी में भी पीएम मोदी, उद्योगपति गौतम अडानी और मुकेश अंबनी का 20 फीट का पुतला फूंका। इस दौरान किसानों के साथ बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे मौजूद रहे।



किसानों का कहना है कि नया कृषि कानून किसानों के साथ अन्य वर्ग के लिए भी नुकसानदायक है। किसानों ने कहा कि इस कानून से दुकानदारों, व्यापारियों और मध्य वर्ग के लोगों को भी इससे परेशानी उठानी पड़ेगी। किसानों ने कहा कि इस नए कृषि कानून में एमसपी का कोई भी प्रावधान नहीं है। 

उन्होंने कहा कि इससे मोदी सरकार की नीयत का अंदाजा लगाया जा सकता है। किसानों ने कहा कि जब तक इन कृषि कानूनों को केंद्र वापस नहीं लेता उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वह पीछे हटने वाले नहीं हैं।

वहीं इस मसले को लेकर कांग्रेस नेता और वायनाड सांसद राहुल गांधी ने भी निशाना साधते हुए ट्वीट में लिखा, 'यह कल पूरे पंजाब में हुआ। यह दुखद है कि पंजाब में पीएम के प्रति इतना गुस्सा है। यह बहुत खतरनाक मिसाल है और हमारे देश के लिए बुरा है। पीएम को पहुंचना चाहिए, सुनना चाहिए और जल्दी से हीलिंग टच देना चाहिए।'



इसके अलावा चंडीगढ़ में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट के कई मंत्रियों का पुतला फूंका और नारेबाजी की।



कांग्रेस नेता उदित राज ने अपने ट्वीटर हैंडल से चुटकी लेते हुए लिखा, अजीब बात देखी जा रही है इस विजय दशमी पर की सोशल मीडिया में मोदी जी के पुतले का दहन हो रहा है जबकि होना रावण का चाहिए। कहीं पर अडानी और अंबानी भी साथ में हैं तो कहीं मोहन भागवत।



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