मुंबई। 29 दिसंबर को मुंबई और 1 जनवरी को भीमा कोरेगांव में भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की जनसभाएं निर्धारित थीं। महाराष्ट्र पुलिस ने इससे पहले ही चंद्रशेखर आजाद को मलाड के होटल मसूरी में डिटेन कर लिया था। इस मामले को लेकर बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर ने सरकार पर निशाना साधा है।
प्रकाश अंबेडकर ने अकोला में कहा कि सरकार ही टेंशन बढ़ा रही है। भीमा कोरेगांव जा रहे भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद को मुम्बई में स्थानबद्ध किये जाने के बाद प्रकाश अम्बेडकर ने इस बात की निंदा करते हुए कहा कि मुम्बई पुलिस या सरकार ने बताना चाहिए कि उन्हें स्थानबद्ध क्यों किया गया।
प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि चंद्रशेखर राव भीमा कोरेगांव जा रहे थे इसमें कोई दो राय नहीं है। आज सुबह मुंबई में पहुंच गए हैं। मलाड के होटल में जो खबर मिली है उनको बाहर जाने का रास्ता जो है वह बंद कर दिया तो इसका मतलब है कि उनको सरकार ने नजर बंद किया है। जिसकी हम निंदा करते हैं। सरकार ही अपने खुद के रवैये से टेंशन बढ़ा रही है।
प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि 1 तारीख को भीमा कोरेगांव पहुंचने वाले नेताओं को गिरफ्तार कर सरकार खुद ही टेन्शन बढ़ा रही है। जहाँ तक मेरी बात सभी आसपास के गाँव तथा अलुटेदार बलुटेदार से बात हुई है उन सभी ने यह माना है कि 1 जनवरी के शौर्य दिन कार्यक्रम शांतिपूर्वक होगा. लेकिन सरकार यह सब कुछ करके टेंशन बढ़ा रही है। जिसका जवाब सरकार दे। बावजूद यह के गाँव तथा यहाँ आने वाले सभी कार्यकर्ताओं को निवेदन करता हूँ कि सरकार इसमें तेल डालने ने काम कर रही है, जहां हमे शांत रहना है।
प्रकाश अंबेडकर ने अकोला में कहा कि सरकार ही टेंशन बढ़ा रही है। भीमा कोरेगांव जा रहे भीम आर्मी के चंद्रशेखर आजाद को मुम्बई में स्थानबद्ध किये जाने के बाद प्रकाश अम्बेडकर ने इस बात की निंदा करते हुए कहा कि मुम्बई पुलिस या सरकार ने बताना चाहिए कि उन्हें स्थानबद्ध क्यों किया गया।
प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि चंद्रशेखर राव भीमा कोरेगांव जा रहे थे इसमें कोई दो राय नहीं है। आज सुबह मुंबई में पहुंच गए हैं। मलाड के होटल में जो खबर मिली है उनको बाहर जाने का रास्ता जो है वह बंद कर दिया तो इसका मतलब है कि उनको सरकार ने नजर बंद किया है। जिसकी हम निंदा करते हैं। सरकार ही अपने खुद के रवैये से टेंशन बढ़ा रही है।
प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि 1 तारीख को भीमा कोरेगांव पहुंचने वाले नेताओं को गिरफ्तार कर सरकार खुद ही टेन्शन बढ़ा रही है। जहाँ तक मेरी बात सभी आसपास के गाँव तथा अलुटेदार बलुटेदार से बात हुई है उन सभी ने यह माना है कि 1 जनवरी के शौर्य दिन कार्यक्रम शांतिपूर्वक होगा. लेकिन सरकार यह सब कुछ करके टेंशन बढ़ा रही है। जिसका जवाब सरकार दे। बावजूद यह के गाँव तथा यहाँ आने वाले सभी कार्यकर्ताओं को निवेदन करता हूँ कि सरकार इसमें तेल डालने ने काम कर रही है, जहां हमे शांत रहना है।