ओडिशा: अंबेडकर जयंती के काफिले पर बजरंग दल के गुंडों का हमला, मूक देखती रही पुलिस

Written by Sabrangindia Staff | Published on: April 17, 2022
हिंदुत्ववादी संगठन अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के बाद अब दलित संगठनों को निशाना बनाने पर उतर आए हैं 



ओडिशा के बरगढ़ जिले में अंबेडकर जयंती के दिन कथित रूप से बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने अंबेडकरवादी युवाओं के ऊपर चाकू, डंडे से हमला किया, और अंबेडकर जयंती के बैनर छीनकर फाड़ दिए। आरोप है कि उपद्रवियों ने करीब 10 मोटरसाईकिलों को भी तोड़ दिया है।

ऑल इंडिया लॉयर्स एसोसिएशन फॉर जस्टिस (एआईएलएजे) ने इस घटना की निंदा करते हुए बजरंग दल के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। इस घटना की एक वीडियो में उपद्रवियों को साफ देखा जा सकता है जो भगवा कपड़े पहने हुए बाइकें तोड़ रहे हैं।



एआईएलएजे के मुताबिक, 14 अप्रैल, गुरुवार को अट्टाबिरा से गोड़भगा तक अंबेडकर जयंती के दिन बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को मानने वाले लोगों व अंबेडकरवादी युवा संघ द्वारा एक बाइक रैली का आयोजन किया गया था।

पत्र के मुताबिक, पुलिस ने रैली के एक दिन पहले बोला था कि अंबेडकर जयंती रैली पहले होगी, बाद में बजरंग दल की रैली होगी, और पुलिस का सहयोग रहेगा। लेकिन रैली जब अट्टाबिरा से गोड़भगा पहुंची तो बजरंग दल के लोग वहां आकर जिस गाड़ी में झंडे लगे थे (करीब 10 मोटरसाइकिल) तोड़ दिए, बैनर फाड़ कर उसपर गंदगी की, और चाकू व टूटी बोतल के कांच से हमला किया, जिसमें चार लोग घायल हैं। यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुआ है।



द मूकनायक की रिपोर्ट के मुताबिक, रैली के आयोजक बबलू बेसरा ने बताया कि, रैली के एक दिन पहले बजरंग दल के लोगों द्वारा पोस्टर (बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के चित्र) फाड़ दिए थे तो किसी घटना की आशंका पहले ही थी, और पुलिस को अवगत कराया जा चुका था, पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया। हिंसा के बाद थाने में दोनों ग्रुप [दोनों पक्षों के लोगों] को बुलाकर बातचीत हुआ।

वह आगे बताते हैं कि, पुलिस ने वादा किया है कि मामले के दोषियों पर कार्यवाही करेंगे और जो नुकसान हुआ उसका मुआवजा देंगे। लेकिन न अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ, न कोई मुआवजा ही मिला है। बल्कि, गोड़भगा में बजरंग दल वालों ने एक अंबेडकरवादी कार्यकर्ता के घर में घुसकर मारपीट भी किया है।

उन्होंने बताया कि मामले पर जब बरगढ़ DY SP (अपर पुलिस अधीक्षक) से पूछा तो फोन काट दिए और कोई जबाब नहीं दिए। इस घटनाक्रम को लेकर बरगढ़ जिले और ओड़िशा के अंबेडकरवादी लोगों में काफी गुस्सा है, और सभी लोग मांग कर रहे हैं कि पुलिस इस मामले को तुरंत संज्ञान में ले, और बजरंग दल के लोगों पर सख्त कार्रवाई करके पीड़ित को उचित मुआवजा दिया जाए।

बता दें कि 22 अप्रैल 2022 को डॉ. भीमराव अंबेडकर का 131वां जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। लेकिन मौजूदा समय में बड़ी विडम्बना है कि देश और समाज एक ऐसे वर्तमान से गुजर रहा है जिसमें प्राचीन और ताजे इतिहास में, अंग्रेजों की गुलामी से आजादी के लिए लड़ते लड़ते जो भी सकारात्मक उपलब्धि हासिल की गयी थी वह दांव पर है। समाज को पीछे धकेल कर उसे मध्ययुग में पहुंचाने पर आमादा अन्धकार के पुजारी पूरे उरूज़ पर हैं। संविधान और संसदीय लोकतंत्र निशाने पर है। कल्याणकारी राज्य की अवधारणा उलटी जा रही है। सांप्रदायिक ताकतें खुलकर हिंसा पर उतारू हैं। लगभग हर मामले में प्रशासन दंगाइयों के साथ नजर आता है। 

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