बिहार के मुस्लिम युवक की राजस्थान में पीट-पीटकर हत्या

Written by sabrang india | Published on: January 4, 2024
राजस्थान में दर्जी का काम करने वाले अफ़सर अली नाम के एक मुस्लिम युवा की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई, क्योंकि उसने कथित तौर पर सड़क पर उसके बगल से गुज़र रहे एक ड्राइवर को सावधानी से गाड़ी चलाने के लिए कहा था।


Image: Twitter
 
2 जनवरी को राजस्थान के भिवाड़ी में अफ़सर अली नाम के 24 वर्षीय मुस्लिम युवा की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। स्थानीय पुलिस के अनुसार, फूलबाग के घाटल इलाके में मंगलवार को हुई एक कार दुर्घटना के बाद तीन हमलावरों ने अली को बेरहमी से पीटा था।
 
पेशे से दर्जी, अली और उसका दोस्त तोहिबुल लंच के बाद अपनी सिलाई की दुकान पर वापस जा रहे थे। इस दौरान ही एक गुजरती हुई कार, जिसमें तीन लोग सवार थे, ने कथित तौर पर इन दोनों को टक्कर मार दी। अखबारों की रिपोर्टों से पता चलता है कि अली ने कार के ड्राइवर को सावधानी से गाड़ी चलाने के लिए कहा था, हालांकि, छोटी सी घटना खतरनाक स्तर तक बढ़ गई क्योंकि तीन लोगों ने कार को वापस उन दोनों के पास घुमाया और बाहर निकलकर अली और तोहिबुल को पीटना शुरू कर दिया। तोहिबुल ने बताया कि अली को सिर पर बेरहमी से मारा गया था। पुलिस ने कहा है कि दोनों को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, चिकित्सकीय मदद के बावजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अगले दिन अली के शोक संतप्त रिश्तेदारों को सौंपने से पहले अधिकारियों ने अली के शव का पोस्टमार्टम किया।
 
डेक्कन हेराल्ड के अनुसार, एएसपी दिलीप सैनी ने पुष्टि की है कि कथित अपराधियों में से एक आशीष नाम के व्यक्ति को पुलिस ने पकड़ लिया है। सीसीटीवी फुटेज से पहचान होने के बाद कार के रजिस्ट्रेशन नंबर की जांच से आशीष की पहचान हुई। पुलिस ने तीनों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) और 34 (सामान्य इरादे को आगे बढ़ाने में कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कार्य) के तहत मामला दर्ज किया है।
 
इस घटना को कैद करने वाला एक वीडियो सामने आया, जिसमें युवक को डंडे से बेरहमी से पीटने का खुलासा हुआ, जिसमें दिखाया गया कि युवक को बेरहमी से पीटा गया और महज 55 सेकंड में 10 बार डंडे से वार किया गया। घटना के चश्मदीद और युवक के दोस्त इस चौंकाने वाली घटना के बाद सदमे में हैं।
 
हादसे के बाद मृतक के परिवार ने अधिकारियों द्वारा कार्रवाई न किए जाने की बात कही है। भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, जब मृतक के परिवार ने पुलिस से अपराधियों को पकड़ने का आग्रह किया, तो उन्हें जवाब मिला, "पहले शव को बिहार ले जाओ, फिर हम कार्रवाई करेंगे।" परिजनों का कहना है कि पुलिस आरोपियों को बचा रही है।
 
घातक हमले से बचने में कामयाब रहे मृतक के साथी तोहिबुल ने बताया कि उन्होंने भिवाड़ी के घाटल गांव की इमामुद्दीन कॉलोनी में एक कमरा किराए पर लिया था। मृतक मूल रूप से बिहार के बेगुसराय का रहने वाला था और सिलाई का काम कर अपनी आजीविका कमा रहा था। उन्होंने घटना का खौफनाक मंजर बताते हुए कहा कि जब हमला हुआ तब भी कोई बीच-बचाव करने और युवक को बचाने के लिए आगे नहीं बढ़ा।

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