मध्यप्रदेश में महिला अत्याचारों की घटनाओं पर लगाम नहीं लग सकी है। बलात्कारों के साथ-साथ महिलाओं के अपहरण और बेचे जाने की घटनाएं भी लगातार हो रही है।
ताजा मामला भोपाल के निशातपुरा की है,जहां एक युवती को नौकरी का झांसा देकर अगवा करने और दो लाख रुपए में बेचने की है। युवती को खरीदने वाले आदमी ने स्टांप पेपर पर लिखा पढ़ी करते हुए युवती की शादी अपने गूंगे-बहरे बेटे से करा दी।
मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर पुलिस ने युवती को राजस्थान से बरामद करते हुए आरोपी पिता-पुत्र को मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
निशातपुरा पुलिस के मुताबिक 30 साल की युवती शांति नगर में परिवार के साथ रहती थी। उसकी 10 साल पहले आनंद नगर इलाके में हुई थी। लेकिन, पति से उसका तलाक हो गया था और तब से वह मायके में रह रही थी। वह एक निजी फर्म में काम भी करने लगी थी।
कुछ माह पहले सुभाष यादव नामके आदमी ने उसे इंदौर में 15 हजार प्रतिमाह के वेतन वाली नौकरी दिलाने का झांसा दिया, और 28 अक्टूबर को इंदौर ले गया।
इंदौर में युवती को दो दिन रखने के बाद 31 अक्टूबर को उसे लेकर राजस्थान के अलवर की अदालत में ले गया, जहां रोहिताश यादव नाम के व्यक्ति ने अपने बेटे भोलाराम यादव के साथ उसकी शादी की लिखा -पढ़ी स्टांप पेपर पर की और डरा-धमकाकर युवती से उन कागजों पर दस्तखत करवा लिए।
इस सौदे के 2 लाख रुपए रोहिताश ने सुभाष को दिए और युवती को रोहिताश के गूंगे-बहरे बेटे के साथ ग्राम माजरा अहीर में रहने के लिए भेज दिया गया। वहां भोलाराम उसके साथ दुष्कर्म करता था।
रोहिताश ने महिला का मोबाइल छीनकर अपने पास रख लिया था। साथ ही उसे कमरे में बंधक बनाकर रखा जाता था। धमकी दी गई थी कि यदि उसने भोपाल में रहने वाले भाई, मां से फोन पर बात करने की कोशिश की,तो उसे जान से मार देंगे।
युवती के अचानक लापता होने पर उसके भाई ने निशातपुरा थाना पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी और युवती के दोनों मोबाइल नंबर भी बताए थे। पुलिस ने कॉल डिटेल से पता लगाया तो युवती की अंतिम लोकेशन ग्राम माजरा अहीर जिला अलवर,राजस्थान की मिली।
मीडिया24लाइव के अनुसार पुलिस ने इस आधार पर दबिश देकर युवती को 23 नवंबर को रोहिताश और उसके बेटे भोलाराम यादव के चंगुल से छुड़ाया। साथ ही दोनों आरोपियों को विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सुभाष की तलाश की जा रही है।
ताजा मामला भोपाल के निशातपुरा की है,जहां एक युवती को नौकरी का झांसा देकर अगवा करने और दो लाख रुपए में बेचने की है। युवती को खरीदने वाले आदमी ने स्टांप पेपर पर लिखा पढ़ी करते हुए युवती की शादी अपने गूंगे-बहरे बेटे से करा दी।
मोबाइल फोन की लोकेशन के आधार पर पुलिस ने युवती को राजस्थान से बरामद करते हुए आरोपी पिता-पुत्र को मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
निशातपुरा पुलिस के मुताबिक 30 साल की युवती शांति नगर में परिवार के साथ रहती थी। उसकी 10 साल पहले आनंद नगर इलाके में हुई थी। लेकिन, पति से उसका तलाक हो गया था और तब से वह मायके में रह रही थी। वह एक निजी फर्म में काम भी करने लगी थी।
कुछ माह पहले सुभाष यादव नामके आदमी ने उसे इंदौर में 15 हजार प्रतिमाह के वेतन वाली नौकरी दिलाने का झांसा दिया, और 28 अक्टूबर को इंदौर ले गया।
इंदौर में युवती को दो दिन रखने के बाद 31 अक्टूबर को उसे लेकर राजस्थान के अलवर की अदालत में ले गया, जहां रोहिताश यादव नाम के व्यक्ति ने अपने बेटे भोलाराम यादव के साथ उसकी शादी की लिखा -पढ़ी स्टांप पेपर पर की और डरा-धमकाकर युवती से उन कागजों पर दस्तखत करवा लिए।
इस सौदे के 2 लाख रुपए रोहिताश ने सुभाष को दिए और युवती को रोहिताश के गूंगे-बहरे बेटे के साथ ग्राम माजरा अहीर में रहने के लिए भेज दिया गया। वहां भोलाराम उसके साथ दुष्कर्म करता था।
रोहिताश ने महिला का मोबाइल छीनकर अपने पास रख लिया था। साथ ही उसे कमरे में बंधक बनाकर रखा जाता था। धमकी दी गई थी कि यदि उसने भोपाल में रहने वाले भाई, मां से फोन पर बात करने की कोशिश की,तो उसे जान से मार देंगे।
युवती के अचानक लापता होने पर उसके भाई ने निशातपुरा थाना पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई थी और युवती के दोनों मोबाइल नंबर भी बताए थे। पुलिस ने कॉल डिटेल से पता लगाया तो युवती की अंतिम लोकेशन ग्राम माजरा अहीर जिला अलवर,राजस्थान की मिली।
मीडिया24लाइव के अनुसार पुलिस ने इस आधार पर दबिश देकर युवती को 23 नवंबर को रोहिताश और उसके बेटे भोलाराम यादव के चंगुल से छुड़ाया। साथ ही दोनों आरोपियों को विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार कर लिया। आरोपी सुभाष की तलाश की जा रही है।