राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ चीफ मोहन भागवत ने कहा है कि हिंदू धर्म को मॉब लिंचिंग के जरिए बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। भागवत के मुताबिक ये हिंसा कुछ असामाजिक तत्वों का काम है। भागवत ने संघ कार्यकर्ताओं से मॉब लिंचिंग करने वाले असामाजिक तत्वों से सावधान रहने की बात कही।
वृंदावन में एक कार्यक्रम में बोलते हुए भागवत ने कहा,’हिंदू धर्म और संस्कृति को बदनाम करने बड़ी साजिश हो रही है। कुछ लोग गाय के नाम पर मॉब लिंचिंग के जरिए नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ प्रदेशों में धार्मिक साजिशें भी एक प्लान के तहत की जा रही हैं। सभी प्रचारकों को देश में हो रही घटनाओं के मद्देनजर बहुत सावधान रहने की जरूरत है।’
इस साल की शुरूआत में आरएसएस प्रमुख ने उन ताकतों को दबाने की अपील की थी जो विकास में बाधा बन रही हैं। बंगाल में डॉक्टर्स पर हो रहे हमले के संबंध में बोलते हुए भागवत ने कहा था, 'देश में कई ताकतें देश के विकास में बाधा बन रही हैं। यह जरूरी है कि उन्हें जल्दी दबाया जाए।'
पिछले कुछ सालों में गाय और बीफ के नाम पर हिंसा बढ़ी है। ताजा हिंसी की शुरूआत उत्तरप्रदेश के दादरी में अखलाक की हत्या के साथ हुई थी। बाद में राजस्थान के अलवर में पहलू खान की गोवंश ले जाते हुए भीड़ ने हत्या कर दी थी। इसके अलावा कई जगहों पर अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा के लिए बीफ का इस्तेमाल किया गया।
वृंदावन में एक कार्यक्रम में बोलते हुए भागवत ने कहा,’हिंदू धर्म और संस्कृति को बदनाम करने बड़ी साजिश हो रही है। कुछ लोग गाय के नाम पर मॉब लिंचिंग के जरिए नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ प्रदेशों में धार्मिक साजिशें भी एक प्लान के तहत की जा रही हैं। सभी प्रचारकों को देश में हो रही घटनाओं के मद्देनजर बहुत सावधान रहने की जरूरत है।’
इस साल की शुरूआत में आरएसएस प्रमुख ने उन ताकतों को दबाने की अपील की थी जो विकास में बाधा बन रही हैं। बंगाल में डॉक्टर्स पर हो रहे हमले के संबंध में बोलते हुए भागवत ने कहा था, 'देश में कई ताकतें देश के विकास में बाधा बन रही हैं। यह जरूरी है कि उन्हें जल्दी दबाया जाए।'
पिछले कुछ सालों में गाय और बीफ के नाम पर हिंसा बढ़ी है। ताजा हिंसी की शुरूआत उत्तरप्रदेश के दादरी में अखलाक की हत्या के साथ हुई थी। बाद में राजस्थान के अलवर में पहलू खान की गोवंश ले जाते हुए भीड़ ने हत्या कर दी थी। इसके अलावा कई जगहों पर अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हिंसा के लिए बीफ का इस्तेमाल किया गया।