UP: पुलिस नहीं दर्ज कर रही रुपये चोरी की FIR, विधानसभा में फूट-फूटकर रोए दलित विधायक

Written by sabrang india | Published on: February 18, 2019
लखनऊ: दलित होने का मतलब यह है कि चाहे विधायक भी बन जाइए आपको न्याय और इंसाफ के लिए भरी विधानसभा में फूट-फूट कर रोना पड़ता है और गुहार लगानी पड़ती है कि आपके चोरी हुए रुपए की एफआइआर तक पुलिस नहीं दर्ज कर रही है। जहां विधायकों का पुलिस पर रौब की घटनाएं सामने आती हैं वहीं ये विधायक अपने पैसे चोरी होने की एफआईआर तक दर्ज नहीं करा पाए.

समाजवादी पार्टी के एक विधायक कल्पनाथ पासवान सोमवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा में भावुक हो गए। विधायक का कहना था कि उनके दस लाख रुपए चोरी हुए हैं और अगर चोरी की रकम उन्हें वापस नहीं मिली तो वह आत्महत्या कर लेंगे।

आजमगढ़ के मेहनगर से सपा विधायक कल्पनाथ पासवान ने शून्यकाल के दौरान कहा, 'मैं सदन में हाथ जोड़कर विनती कर रहा हूं। अगर मुझे यहां न्याय नहीं मिला तो कहां जाऊं। मैं मर जाउंगा।।।मैं बहुत गरीब हूं।।।अगर मेरी धनराशि वापस ना मिली तो मैं आत्महत्या कर लूंगा।'

विधायक ने बताया कि आजमगढ़ के एक होटल से उनके दस लाख रुपए चोरी हो गए। इस संबंध में अब तक कोई प्राथमिकी तक नहीं लिखी गई। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि वह मामले की रिपोर्ट मंगाएंगे और न्याय सुनिश्चित होगा।

उन्होंने कहा कि अगर विधायक चाहते हैं तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। जब विधायक ने उनसे संपर्क किया था तो उन्होंने गृह विभाग और संबंधित अधिकारियों को मामले का हल करने को कहा था।

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