मोदी सरकार दूसरी बार सत्ता में चुनकर आने के बाद कथित हिंदुत्ववादी संगठनों के लोग धर्म के विस्तार के नाम पर हिंसा पर उतर रहे हैं। ये लोग संविधान की मूल भावना के खिलाफ काम कर रहे हैं औऱ सरकार व प्रशासन की भी मूक सहमति इन्हें मिली हुई है। दिल्ली में एक बार फिर ‘जय श्री राम’ नहीं बोलने पर हमला किया गया है। एक मौलवी ने आरोप लगाते हुए कह, “रोहिणी में गुरूवार को तीन लोगों ने ‘जय श्री राम' का नारा लगाने की मांग की। मैंने जैसे ही इनकार किया तो उन्होंने मेरे उपर कार चढ़ाने की कोशिश और जानलेवा हमला किया।” हालांकि पुलिस ने कहा कि वह मौलवी के दावों की जांच कर रही हैं।
पुलिस को दी अपनी शिकायत में मौलाना मोमिन ने कहा, “गुरूवार को जब वह मस्जिद से निकलकर मदरसे के पास टहल रहे थे तो उनके पास कार सवार कुछ युवक पहुंचे। कार में बैठे बैठे कुछ लोगों ने उन्हें जय श्रीराम का नारा लगाने को कहा और जब उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उन्हें कार से टक्कर मारी गई।”
वहीं दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले में एक्सिडेंट का मामला दर्ज कर लिया है। अब दिल्ली पुलिस मौलाना मोमिन के आरोपों की जांच में जुट गई है। पुलिस इस मामले में घटना की जगह की सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी है।
इससे पहले भी दिल्ली में जय श्री राम के नारे लगाने का दबाव बनाया गया था। बता दें कि मशहूर डॉक्टर और लेखक डॉ. अरुण गडरे पर भी राजधानी दिल्ली के पॉश इलाके कनॉट प्लेस में अज्ञात लोगों ने जबरन जय श्री राम के नारे लगाने का दबाव बनाया था। घटना 26 मई की है।
26 मई की सुबह जब वह दिल्ली में कनॉट प्लेस के पास से गुजर रहे थे तो हनुमान मंदिर के सामने 5-6 युवक आए और उनका धर्म पूछने लगे। इतना कहते ही उन्होंने जय श्री राम के नारे लगाने को मजबूर किया। हालांकि, उन्होंने इस घटना को लेकर आधिकारिक रूप से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी।
पुलिस को दी अपनी शिकायत में मौलाना मोमिन ने कहा, “गुरूवार को जब वह मस्जिद से निकलकर मदरसे के पास टहल रहे थे तो उनके पास कार सवार कुछ युवक पहुंचे। कार में बैठे बैठे कुछ लोगों ने उन्हें जय श्रीराम का नारा लगाने को कहा और जब उन्होंने ऐसा नहीं किया तो उन्हें कार से टक्कर मारी गई।”
वहीं दिल्ली पुलिस ने इस पूरे मामले में एक्सिडेंट का मामला दर्ज कर लिया है। अब दिल्ली पुलिस मौलाना मोमिन के आरोपों की जांच में जुट गई है। पुलिस इस मामले में घटना की जगह की सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी है।
इससे पहले भी दिल्ली में जय श्री राम के नारे लगाने का दबाव बनाया गया था। बता दें कि मशहूर डॉक्टर और लेखक डॉ. अरुण गडरे पर भी राजधानी दिल्ली के पॉश इलाके कनॉट प्लेस में अज्ञात लोगों ने जबरन जय श्री राम के नारे लगाने का दबाव बनाया था। घटना 26 मई की है।
26 मई की सुबह जब वह दिल्ली में कनॉट प्लेस के पास से गुजर रहे थे तो हनुमान मंदिर के सामने 5-6 युवक आए और उनका धर्म पूछने लगे। इतना कहते ही उन्होंने जय श्री राम के नारे लगाने को मजबूर किया। हालांकि, उन्होंने इस घटना को लेकर आधिकारिक रूप से पुलिस में रिपोर्ट दर्ज नहीं करवाई थी।