आज 'विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस' है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य ये है कि देश दुनिया के मानसिक रोगियों को पहचाना जाये और इलाज कर एक बेहतर समाज का निर्माण किया जाये।
तो भइये, नीचे कुछ लक्षण हैं , जिससे अपना मिलान करिये, अगर एक भी लक्षण मैच खाये तो शीघ्र किसी मनोचिकित्सक से मिल अपना इलाज शुरू कर दें।
१- किसी पार्टी का समर्थक होना अलग बात है और भक्त होना अलग बात है। यदि आपके द्वारा समर्थित पार्टी सत्ता में है और आप उसकी गलत नीतियों का भी समर्थन करते हैं, तो आपसे बड़ा मानसिक रोगी इस धरा पर कोई नहीं ।
२-सरकार की हिटलरगीरी पर सवाल उठना लाजमी है, क्योंकि देश में सिर्फ अंधभक्त ही नहीं पाए जाते ,आँखे खोलकर देखने वाले भी हैं। तो भइये अगर आप को लगता है कि सरकार पर उंगली उठाने वाला देशद्रोही है और आप उंगली उठाने वाले को मारने के लिए डंडा लेकर दौड़ा लेते हैं तो आप जल्द ही किसी मनोचिकित्सक से विजिट करिये ,अभी बहुत कुछ नहीं बिगड़ा है।
३-अगर आप को लगता है कि युद्ध न चाहने वाले सेना से मुहब्बत नहीं करते,देशद्रोही होते हैं , गद्दार होते हैं ,तो आप को इलाज की शख़्त जरूरत है, क्योंकि भाई साहब , हर भारतवासी सेना से उतनी ही मुहब्बत करता ,उतना ही देश से प्रेम करता है जितना की आप करते हैं ,बस फर्क इतना है कि आप युद्ध देखना चाहते हैं , सेना की ताकत देखना चाहते हैं ,आपको उनके जान से कोई लेना देना नहीं ,आप को होने वाले नुकसान से कोई लेना देना नहीं , आपको भविष्य से कोई लेना देना नहीं, और दूसरा यह सब नहीं चाहता।
४- अगर आप को लगता है कि आरक्षण की वजह से देश की तरक्की रुकी हुई है तो एक काम करो, तुरंत अपना फोर व्हीलर निकालो और किसी अच्छे psychology से मिल आओ, क्योंकि आरक्षण के पहले देश ने कितनी तरक्की की हम सब जानते हैं, लोग सुबह उठकर चाँद पर ही सू-सू जाया करते थे। है न !
५- आप यदि नफरती चिंटू हो और आपको लगता है कि किसी हिन्दू धर्म के व्यक्ति का सेकुलर होना मतलब मुसलमान होना है या यदि आप जिहादी जॉन हो और आपको लगता है कि किसी मुसलमान का सेकुलर होना मतलब हिन्दू हो जाना है तो आपको तुरन्त किसी मनोचिकित्सक से मिल लेना चाहिए। यह आपके लिए और समाज के लिए बेहद जरूरी है।
६- मेरे भाई, यदि आपको लगता है कि महिलाओं का यौन शोषण उनके पहनावे से होता है , उन्हें आपके हिसाब से कपड़े वगैरह पहनने चाहिए तो आपको मानसिक इलाज के साथ- साथ आँखों के इलाज की भी जरूरत है।
७- और सबसे अहम ,यदि आप हिन्दू हैं और आपको लगता है कि तमाम हिंदूवादी संगठन आपके हितैषी हैं ,देश के हितैषी हैं अथवा आप मुसलमान हैं और आपको लगता है कि कोई मुस्लिमवादी संगठन आपका हितैषी है या आपकी कौम के हितैषी हैं तो जान लो की आप पूर्णरूप से मानसिक दिव्यांग हैं।आपकी मानसिक दिव्यांगता का इस्तेमाल किया जा रहा है।
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