नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के चर्चित अफसर शाह फैसल ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि वह सियासत में कदम रखने वाले हैं और इसकी शुरुआत वह उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस से कर सकते हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि शाह फैसल की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ बातचीत अंतिम दौर में है। शाह फैसल वही शख्स हैं जिन्होंने 2010 की सिविल सेवा की परीक्षा में टॉप किया था और कश्मीर के मसले अपने रुख को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं।
शाह फैसल ने ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, 'कश्मीर में बेरोक-टोक हत्याओं और केंद्रीय सरकार द्वारा किसी भी भरोसेमंद पहल की गैर-मौजदूगी के विरोध में मैंने आईएएस सेवा से इस्तीफा देने का फैसला किया है। कश्मीरी जन-जीवन मायने रखता है। मैं शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।'
शाह फैसल ने बुधवार सुबह ही अपने उच्चाधिकारियों को इस्तीफा भेज दिया था। हालांकि अभी इसे मंजूरी नहीं मिली है। सूत्रों ने बताया कि शाह फैसल की नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होने और चुनाव लड़ने को लेकर सीट पर चर्चा चल रही है। इस पर जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।
इस बीच, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर फैसल के इस्तीफा देने के निर्णय का स्वागत किया है। उमर ने लिखा, 'नौकरशाही का नुकसान राजनीति का फायदा।' एक अन्य ट्वीट में उमर ने लिखा, 'वास्तव में हम उनका (फैसल) राजनीति में स्वागत करते हैं। उनके सियासी भविष्य के बारे में जल्द ही ऐलान किया जाएगा।' उनके इस ट्वीट को शाह फैसले के नेशनल कॉन्फ्रेंस ज्वॉइन करने का संकेत माना जा रहा है।
गौरतलब कि फैसल ने वर्ष 2010 में आईएएस परीक्षा में टॉप किया था। उन्हें जम्मू कश्मीर का होम कैडर आवंटित किया गया था, जहां उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट, स्कूल शिक्षा निदेशक और राज्य के स्वामित्व वाले पावर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक के रूप में काम किया। वह हाल ही में हार्वर्ड केनेडी स्कूल में फुलब्राइट फैलोशिप पूरा करने के बाद अमेरिका से लौटे हैं।
मुखर अफसर माने जाते हैं फैसल
शाह फैसल जम्मू कश्मीर के तमाम मसलों पर बोलते रहे हैं। इसी साल अप्रैल महीने में फैसल ने बलात्कार की घटनाओं के संदर्भ में 'रेपिस्तान' शब्द का इस्तेमाल किया था। इसे लेकर काफी विवाद हुआ। यहां तक कि ये ट्वीट करने के लिए शाह फैसल ने अपने बॉस से चेतावनी भरा पत्र मिलने की जानकारी भी साझा की थी।
साभार- आज तक
शाह फैसल ने ट्वीट कर अपने इस्तीफे की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा, 'कश्मीर में बेरोक-टोक हत्याओं और केंद्रीय सरकार द्वारा किसी भी भरोसेमंद पहल की गैर-मौजदूगी के विरोध में मैंने आईएएस सेवा से इस्तीफा देने का फैसला किया है। कश्मीरी जन-जीवन मायने रखता है। मैं शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा।'
शाह फैसल ने बुधवार सुबह ही अपने उच्चाधिकारियों को इस्तीफा भेज दिया था। हालांकि अभी इसे मंजूरी नहीं मिली है। सूत्रों ने बताया कि शाह फैसल की नेशनल कॉन्फ्रेंस में शामिल होने और चुनाव लड़ने को लेकर सीट पर चर्चा चल रही है। इस पर जल्द ही अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।
इस बीच, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर फैसल के इस्तीफा देने के निर्णय का स्वागत किया है। उमर ने लिखा, 'नौकरशाही का नुकसान राजनीति का फायदा।' एक अन्य ट्वीट में उमर ने लिखा, 'वास्तव में हम उनका (फैसल) राजनीति में स्वागत करते हैं। उनके सियासी भविष्य के बारे में जल्द ही ऐलान किया जाएगा।' उनके इस ट्वीट को शाह फैसले के नेशनल कॉन्फ्रेंस ज्वॉइन करने का संकेत माना जा रहा है।
गौरतलब कि फैसल ने वर्ष 2010 में आईएएस परीक्षा में टॉप किया था। उन्हें जम्मू कश्मीर का होम कैडर आवंटित किया गया था, जहां उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट, स्कूल शिक्षा निदेशक और राज्य के स्वामित्व वाले पावर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक के रूप में काम किया। वह हाल ही में हार्वर्ड केनेडी स्कूल में फुलब्राइट फैलोशिप पूरा करने के बाद अमेरिका से लौटे हैं।
मुखर अफसर माने जाते हैं फैसल
शाह फैसल जम्मू कश्मीर के तमाम मसलों पर बोलते रहे हैं। इसी साल अप्रैल महीने में फैसल ने बलात्कार की घटनाओं के संदर्भ में 'रेपिस्तान' शब्द का इस्तेमाल किया था। इसे लेकर काफी विवाद हुआ। यहां तक कि ये ट्वीट करने के लिए शाह फैसल ने अपने बॉस से चेतावनी भरा पत्र मिलने की जानकारी भी साझा की थी।
साभार- आज तक