भाईचारे का पैगाम देने का लिए जमियत उलेमा-ए-हिंद का 'अमन मार्च'

Written by Twocircles | Published on: August 14, 2017
देश में मुसलमानों के अग्रणी संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद मोहब्बत द्वारा अमन और भाईचारे का पैगाम देने के लिए देशभर में आज अमन मार्च का आयोजन किया. जमीयत के प्रभाव वाले पश्चिम उत्तर प्रदेश के लगभग २० जिलों में भारी संख्या में लोग इस मार्च उमड़ पड़े.

Aman March

सबसे बड़ी संख्या में लोग दिल्ली के जंतर-मंतर पर जमा हुए. देशभर लगातार बढ़ रही हिंसा की घटनाओं के खिलाफ जमीयत द्वारा निकाले गए इस मार्च की कई विशेषताएं रहीं. जैसे जमीयत ने इस मार्च का कोई प्रचार नही किया. न कोई पोस्टर लगे और न ही कोई जनसंपर्क हुआ. दो दिन पहले तमाम मदरसों को इस मार्च की जानकारी दी गयी और सिर्फ दो दिन में हज़ारों की भीड़ लगभग हर उस शहर में जुट गयी, जहां-जहां इस मार्च का आयोजन किया गया. इस मार्च की एक और विशेष बात यह रही कि बड़ी संख्या में प्रभावशाली गैर मुस्लिम शख्सियतों ने भी इस मार्च में हिस्सा लिया.

इस अमन मार्च की देशभर में कमान संभाल रहे जमीयत के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा, ‘हिंदुस्तान का इतिहास भाईचारे का रहा है. सारी दुनिया इस पर हैरत करती है. हिंदुस्तान में अलग-अलग ज़ुबां और संस्कृति होने के बाद भी लोग मिलजुलकर रहते हैं.’

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उन्होंने आगे कहा, ‘यह बात बहुत गर्व करने लायक है, मगर अब इसे नजर लगने लगी है. लोग साज़िश कर रहे हैं. जमीयत मुल्क में मोहब्बत से रहने और भाईचारा कायम करने की अपील करती है.’

जमीयत ने हर एक शहर में इस मार्च निकालने को बात कही थी. दिल्ली में दस हजार से ज्यादा लोगों ने इस मार्च में शिरकत की. सभी हाथों में तख्ती लिए हुए थे, जिन पर अमनपसंद तहरीरें लिखी हुई थीं.

Aman march

दंगा प्रभावित मुज़फ्फरनगर में जमीयत के अमन मार्च में बड़ी संख्या में जाट समाज ने शिरकत की. पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक पूरे मार्च में साथ रहे. बार संघ के जिलाध्यक्ष व सपा नेता प्रमोद त्यागी एडवोकेट, जमीयत के प्रदेश उपाध्यक्ष मौलाना जमालुद्दीन क़ासमी, जमीयत के पश्चिम उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष हाफ़िज़ मुहम्मद फुरकान असअदी, जिलाध्यक्ष मुफ़्ती बिन यामीन, जिला महासचिव क़ारी ज़ाकिर हुसैन, जिलासचिव मौलाना मूसा क़ासमी, किसान नेता अशोक बालियान, शहर सदर मौलाना अब्दुल ख़ालिक़, सरदार सतनाम सिंह, समाजसेवी सरदार गुरुवचन सिंह, मुफ़्ती इक़ाबल, इमाम मौलाना ज़ाकिर, अजमल उररहमान एडवोकेट, राष्ट्रीय किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुमित मलिक, मास्टर विजय सिंह, गुफरान काज़मी, मास्टर खुर्शीद, मुफ़्ती बिलाल सुजड़ू और बहुत सारे अन्य लोग भी शामिल रहे. इस मार्च को सभी महत्त्वपूर्ण रास्ते से ले जाया गया.

मदरसा जामिया इस्लामिया के नेतृत्व में मीरापुर में भी जमीयत उलेमा के बेनर तले थावर वाली मस्जिद से प्रारम्भ होकर अमन मार्च कस्बे के मुख्य बाजार से गुजरा. मौलाना अरशद कासमी ने कहा कि वर्ततान हालात में प्यार मुहब्बत के दीपक जलाना अतिआवश्यक है. मौलाना सईदुज्जमा ने कहा कि हिन्दुस्तान एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है, जहां पर सभी धर्मो के लोगों को अपने धर्म के अनुसार जीवन व्यतीत करने की आजादी है. इसके अलावा देवबंद, सहरानपुर, शामली, बिजनोर, सरधना, बेहट, रामपुर, अमरोहा, नजीबाबाद समेत और कई स्थानों पर यह मार्च निकाला गया.

साभार- Twocicles.net

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