टैक्स चोरी के मामले में बीजेपी नेता की कंपनी पर छापेमारी

Published on: December 3, 2016
नई दिल्ली। एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी नोटबंदी को कालेधन के खिलाफ लंबी जंग का आगाज बता रहे हैं, वहीं उन्हीं की पार्टी के कई नेता टैक्स चोरी और कालेधन के मामले में फंसते नजर आ रहे हैं। कर्नाटक के बीजेपी नेता जनार्दन रेड्डी की बेटी की खर्चीली शादी के बाद नया मामला मुंबई की बीजेपी यूनिट से सामने आ रहा है। 



बीजेपी की मुंबई यूनिट के उपाध्यक्ष की कंपनी पर एक करोड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। पुणे सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बीजेपी नेता मिहिर कोटेचा की कंपनी इंटेग्रिटी लॉजिस्टिक सलूशन (आईएलएस) के चांदिवली ऑफिस में छापेमारी की कार्रवाई की है। कोटेचा ने वडाला से विधायक का चुनाव लड़ा था लेकिन वह कांग्रेस नेता कालिदास कोलांबकर से हार गए थे। पार्टी की मुबई यूनिट के उपाध्यक्ष चुने जाने से पहले वह बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष थे।
 
एनबीटी के अनुसार, सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट को इस बारे में सूचना मिली थी कि आईएलएस ने अप्रैल 2014 और मार्च 2015 के बीच टैक्स की चोरी है जिसके बाद शुक्रवार को यह छापेमारी की कार्रवाई की गई है। अधिकारियों ने कंपनी की विभिन्न बैलेंस शीट और हार्ड डिस्क की जांच की है। 
 
सर्विस टैक्स डिपार्टमेंट इस बात की भी जांच कर रहा है कि क्या कंपनी ने सर्विस टैक्स बचाने के लिए दो इनवॉइस तैयार की थीं। हमारे सहयोगी अखबार मुंबई मिरर ने इस बारे में संपर्क किया तो कोटेचा ने इस बात को स्वीकार किया है कि उनकी कंपनी पर छापेमारी कर जांच की गई है।
 
उन्होंने कहा, 'टैक्स देने में देर हुई है क्योंकि पुणे के हमारे एक कर्मचारी विजय गोडर ने कंपनी के फंड से बेइमानी से 3 करोड़ रुपये निकाल लिए थे। यह रकम सर्विस टैक्स व अन्य विभागों को टैक्स के रूप में दिए जाने के लिए रखी गई थी। विजय ने कागजों के साथ भी हेराफेरी की थी और हमने उसके खिलाफ पवई पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है।' विजय अभी मामले की हाई कोर्ट की सुनवाई करने तक अंतरिम जमानत पर है। सर्विस टैक्स निरीक्षक अजित लिमये में इस मामले में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया है।

Courtesy: National Dastak

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