‘अपमानित किया और पीटा’: यूपी के कॉलेज छात्र ने खुद को आग लगाई, मौत के बाद प्रिंसिपल पर मामला दर्ज

Written by sabrang india | Published on: November 10, 2025
रिकॉर्ड किए गए एक कथित वीडियो में छात्र उज्ज्वल राणा (20 वर्ष) ने कॉलेज के प्रिंसिपल और तीन पुलिसकर्मियों पर फीस न चुकाने के कारण मारपीट और अपमान करने का आरोप लगाया था।



एक वीडियो में उज्जवल राणा (20 वर्ष) ने प्रिंसिपल और तीन पुलिसकर्मियों पर फीस न चुकाने के कारण कथित तौर पर मारपीट और अपमानित करने का आरोप लगाया था।

मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना स्थित डीएवी पीजी कॉलेज के बीए द्वितीय वर्ष के एक छात्र की रविवार को मौत हो गई। एक दिन पहले ही उसने कथित तौर पर खुद को आग लगा ली थी, क्योंकि उसे फीस न चुकाने के कारण परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी गई थी और सार्वजनिक रूप से अपमानित किया गया था।

गुरुवार को रिकॉर्ड किए गए एक कथित वीडियो में छात्र उज्ज्वल राणा (20 वर्ष) ने कॉलेज के प्रिंसिपल और तीन पुलिसकर्मियों पर फीस न चुकाने के कारण मारपीट और अपमान करने का आरोप लगाया था।

बुढ़ाना पुलिस ने उज्ज्वल की बहन सलोनी द्वारा कॉलेज प्रिंसिपल के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर मारपीट और आपराधिक धमकी से संबंधित मामला दर्ज किया था। पुलिस ने कहा कि छात्र की मौत के बाद अब आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा भी जोड़ी गई है।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना शनिवार सुबह करीब 11:30 बजे हुई। सोशल मीडिया पर सामने आए एक कथित वीडियो में उज्ज्वल आग की लपटों में घिरा हुआ दिखाई दे रहा है, जबकि अन्य छात्र मदद के लिए दौड़ते हुए नजर आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, जब तक लोग आग बुझा पाते, उज्ज्वल बुरी तरह झुलस चुका था — उसके कपड़े पूरी तरह जल गए थे और उसकी त्वचा काली पड़ चुकी थी।

वह 75% से अधिक जल चुका था और उसे दिल्ली के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया।

मीडिया से बात करते हुए प्रत्यक्षदर्शियों और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उज्ज्वल को बचाने के लिए किसी भी शिक्षक या कर्मचारी ने हस्तक्षेप नहीं किया, और पुलिस के आने तथा अस्पताल ले जाने से पहले वह लगभग आधे घंटे तक दर्द में तड़पता रहा।

उज्ज्वल को पहले एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, फिर मेरठ और बाद में उसकी गंभीर हालत के कारण दिल्ली रेफर कर दिया गया।

गुरुवार को कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए बनाए गए वीडियो में उज्ज्वल ने दावा किया था कि उसने फीस का कुछ हिस्सा — 1,700 रुपये — चुका दिया था, लेकिन बाकी 7,000 रुपये अभी भी बकाया हैं।

वीडियो में उसने आरोप लगाया, “उन्होंने मेरा परीक्षा फॉर्म जमा करने से इनकार कर दिया। प्रिंसिपल ने सबके सामने मेरा अपमान किया और कहा कि ‘यह कॉलेज कोई धर्मशाला नहीं है।’ उन्होंने मेरे बाल खींचे और मुझे पीटा। जब मैंने उन छात्रों के लिए आवाज उठाई जो फीस नहीं दे पा रहे थे, तो कॉलेज ने पुलिस बुला ली। यहां तक कि पुलिसवालों ने भी मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और मुझे कॉलेज से बाहर निकाल दिया।”

उसने यह भी कहा कि अगर उसे कुछ होता है तो प्रिंसिपल और तीन पुलिसकर्मी इसके जिम्मेदार होंगे।

शुक्रवार को वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रिंसिपल प्रदीप कुमार ने दावा किया, “लड़के ने कुल फीस में से केवल 1,750 रुपये का भुगतान किया था... अगर वह फीस नहीं दे सकता था, तो वह सरकारी छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकता था... हम चाहते हैं कि उसके पिता कॉलेज आएं और उसका परीक्षा फॉर्म स्वीकार करने से पहले स्थिति स्पष्ट करें।”

उज्ज्वल खाकरोबन गांव का रहने वाला था। उसके पिता हरेंद्र एक किसान हैं, जिनके पास लगभग 13 बीघा जमीन है जहाँ वे गन्ना उगाते हैं। उसकी मां का कुछ साल पहले निधन हो गया था।

शनिवार शाम को मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने कॉलेज का दौरा किया और अधिकारियों को घटना की गहन जांच के निर्देश दिए।

पुलिस पर लगे आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए एसपी वर्मा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “मामला हमारे संज्ञान में आया है। मुजफ्फरनगर के एसपीआरए मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच कर रहे हैं। अगर जांच में उनकी संलिप्तता की पुष्टि होती है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

बुढ़ाना के सर्किल ऑफिसर गजेंद्र पाल सिंह ने कहा, “हमें शनिवार दोपहर करीब 1 बजे शिकायत मिली। छात्र ने खुद को आग लगाने से पहले अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डाला था। छात्र को उकसाने में शामिल व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

Related

अनदेखा अपराध: साइबर अपराध पर एनसीआरबी डेटा की खामोशी

आंकड़ों की खामोशी: असहमति के बारे में एनसीआरबी के आंकड़े आपको क्या नहीं बताएंगे

बाकी ख़बरें