नई दिल्ली। कठुआ बलात्कार और हत्या की शिकार आसिफा का मामला उठाने के बाद सुर्खियों में आईं वकील-कार्यकर्ता दीपिका सिंह राजावत इन दिनों फिर से चर्चा में हैं। सोशल मीडिया यूजर्स का एक वर्ग राजावत की गिरफ्तारी की मांग कर रहा है। राजावत ने सोमवार रात अपने ट्विटर हैंडल पर एक कार्टून पोस्ट किया था जिसे विवादास्पद बताया जा रहा है।
जावत द्वारा शेयर किये गए कार्टून में नवरात्रि के दौरान एक व्यक्ति को देवी के पैर छूते हुए दिखाया है और उसी व्यक्ति ने बाकी दिनों के दौरान एक महिला के दोनों पैर पकड़ रखे हैं। इस कार्टून को शेयर करने के बाद ही वे सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गईं।
दीपिका सिंह राजवात ने बताया कि मंगलवार की शाम को उनके घर को कुछ लोगों ने घेरा और कब्र खोदने की धमकी देने लगे। वो उस घटना से बहुत डरी हुई हैं। उस समय उन्होंने तत्काल पुलिस को फोन कर सुरक्षा की मांग की। जहां तक उनके द्वारा कार्टून को पोस्ट करने की बात है तो वो सिर्फ भारत में बढ़ते हुए रेप की घटनाओं को लेकर था। उन्होंने किसी भी समाज या वर्ग के लोगों के लिए अपमानजनक बात नहीं कही है। बता दें कि जम्मू में प्रदर्शनकारियों ने उनके घर का घेराव किया।
दीपिका सिंह राजावत ने उस समय सुर्खियों में आए जब उन्होंने कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या का मामला उठाया। मामले के दौरान, राजावत ने सुरक्षा की मांग भी की थी क्योंकि उन्हें प्रभावित परिवार का प्रतिनिधित्व करने के लिए कथित तौर पर धमकी मिली थी। हालांकि, नवंबर 2018 में, उसे आठ वर्षीय पीड़िता के पिता द्वारा स्थानांतरित किए गए एक आवेदन के आधार पर पंजाब के पठानकोट में ट्रायल कोर्ट में मामले से हटा दिया गया था।
जावत द्वारा शेयर किये गए कार्टून में नवरात्रि के दौरान एक व्यक्ति को देवी के पैर छूते हुए दिखाया है और उसी व्यक्ति ने बाकी दिनों के दौरान एक महिला के दोनों पैर पकड़ रखे हैं। इस कार्टून को शेयर करने के बाद ही वे सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गईं।
दीपिका सिंह राजवात ने बताया कि मंगलवार की शाम को उनके घर को कुछ लोगों ने घेरा और कब्र खोदने की धमकी देने लगे। वो उस घटना से बहुत डरी हुई हैं। उस समय उन्होंने तत्काल पुलिस को फोन कर सुरक्षा की मांग की। जहां तक उनके द्वारा कार्टून को पोस्ट करने की बात है तो वो सिर्फ भारत में बढ़ते हुए रेप की घटनाओं को लेकर था। उन्होंने किसी भी समाज या वर्ग के लोगों के लिए अपमानजनक बात नहीं कही है। बता दें कि जम्मू में प्रदर्शनकारियों ने उनके घर का घेराव किया।
दीपिका सिंह राजावत ने उस समय सुर्खियों में आए जब उन्होंने कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या का मामला उठाया। मामले के दौरान, राजावत ने सुरक्षा की मांग भी की थी क्योंकि उन्हें प्रभावित परिवार का प्रतिनिधित्व करने के लिए कथित तौर पर धमकी मिली थी। हालांकि, नवंबर 2018 में, उसे आठ वर्षीय पीड़िता के पिता द्वारा स्थानांतरित किए गए एक आवेदन के आधार पर पंजाब के पठानकोट में ट्रायल कोर्ट में मामले से हटा दिया गया था।