रायपुर के राष्ट्रीय हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय में इस समय दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और जंतर-मंतर जैसा माहौल बना हुआ है।
हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं एक सप्ताह से आंदोलन कर रहे हैं। ये छात्र-छात्राएं पूर्व कुलपति और वॉर्डन की नियुक्ति के साथ-साथ छात्राओं पर लगाई गई बंदिशों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
(courtesy: naidunia.jagran.com)
पूर्व कुलपति और वार्डन की नियुक्ति के साथ छात्राओं पर बंदिशों के खिलाफ आवाज उठाई है। वहीं, लिखित आश्वासन के अभाव में सैकड़ों छात्र-छात्राएं अब भी आंदोलन पर डटे हुए हैं।
एक सप्ताह से ये छात्र-छात्राएं खुले आसमान के नीचे रात बिताकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के छात्रों को देशभर से समर्थन मिलने लगा है। जेएनयू छात्रसंघ समेत कई महिला संगठनों ने भी हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के आंदोलन का समर्थन किया है।
राष्ट्रीय विकासशील महिला संगठन से कविता कृष्णन ने ट्विटर के माध्यम से हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को समर्थन किया है। कविता कृष्णन ने लिखा है कि प्रबंधन की लगाई गई बंदिशों को लेकर सैकड़ों छात्राएं आंदोलन करने विवश हैं, जो कि भयावह है।
जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष गीता कुमारी ने भी फेसबुक के माध्यम से आंदोलन को समर्थन देते हुए पूर्व कुलपति और वार्डन की नियुक्ति के साथ छात्राओं पर बंदिशों के खिलाफ आवाज उठाई है।
विश्वविद्यालय के बाहर से भी समर्थन मिलने के बाद हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं के हौसले बुलंद हो रहे हैं और अब वे लिखित आश्वासन के बिना आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं हैं।
छात्र-छात्राओं के आंदोलन के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है, और आंतरिक परीक्षाएं भी पास आ चुकी हैं। ऐसे में अब ये भी शंका है कि आंतरिक परीक्षाएं समय पर हो सकेंगी या नहीं। एक बार आंतरिक परीक्षाओं की तारीख बढ़ाई भी जा चुकी है।
एक बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो दिनों के भीतर मांगों पर निर्णय लेने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब सप्ताह बीत जाने के बाद भी उसने कुछ नहीं किया है। छात्र-छात्राएं अब भूख हड़ताल शुरू करने पर भी विचार कर रहे हैं।
हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के कुलपति पद से डॉ सुखपाल सिंह को हाईकोर्ट के आदेश के बाद हटाए जाने के बाद रविशंकर शर्मा को नया कुलपति नियुक्त किया गया है। डॉ सुखपाल सिंह को नियम विरुद्ध सेवा वृद्धि दिए जाने को लेकर विवाद चल रहा था, और इस मामले में हाईकोर्ट ने सेवावृद्धि दिए जाने के आदेश को खारिज कर दिया था और सेवावृद्धि देने के बाद नियम संशोधित किए जाने पर उनकी नियुक्ति को अवैध ठहराया था।
हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं एक सप्ताह से आंदोलन कर रहे हैं। ये छात्र-छात्राएं पूर्व कुलपति और वॉर्डन की नियुक्ति के साथ-साथ छात्राओं पर लगाई गई बंदिशों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
(courtesy: naidunia.jagran.com)
पूर्व कुलपति और वार्डन की नियुक्ति के साथ छात्राओं पर बंदिशों के खिलाफ आवाज उठाई है। वहीं, लिखित आश्वासन के अभाव में सैकड़ों छात्र-छात्राएं अब भी आंदोलन पर डटे हुए हैं।
एक सप्ताह से ये छात्र-छात्राएं खुले आसमान के नीचे रात बिताकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
इस बीच हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के छात्रों को देशभर से समर्थन मिलने लगा है। जेएनयू छात्रसंघ समेत कई महिला संगठनों ने भी हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के आंदोलन का समर्थन किया है।
राष्ट्रीय विकासशील महिला संगठन से कविता कृष्णन ने ट्विटर के माध्यम से हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को समर्थन किया है। कविता कृष्णन ने लिखा है कि प्रबंधन की लगाई गई बंदिशों को लेकर सैकड़ों छात्राएं आंदोलन करने विवश हैं, जो कि भयावह है।
जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष गीता कुमारी ने भी फेसबुक के माध्यम से आंदोलन को समर्थन देते हुए पूर्व कुलपति और वार्डन की नियुक्ति के साथ छात्राओं पर बंदिशों के खिलाफ आवाज उठाई है।
विश्वविद्यालय के बाहर से भी समर्थन मिलने के बाद हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं के हौसले बुलंद हो रहे हैं और अब वे लिखित आश्वासन के बिना आंदोलन वापस लेने को तैयार नहीं हैं।
छात्र-छात्राओं के आंदोलन के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है, और आंतरिक परीक्षाएं भी पास आ चुकी हैं। ऐसे में अब ये भी शंका है कि आंतरिक परीक्षाएं समय पर हो सकेंगी या नहीं। एक बार आंतरिक परीक्षाओं की तारीख बढ़ाई भी जा चुकी है।
एक बार विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो दिनों के भीतर मांगों पर निर्णय लेने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब सप्ताह बीत जाने के बाद भी उसने कुछ नहीं किया है। छात्र-छात्राएं अब भूख हड़ताल शुरू करने पर भी विचार कर रहे हैं।
हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय के कुलपति पद से डॉ सुखपाल सिंह को हाईकोर्ट के आदेश के बाद हटाए जाने के बाद रविशंकर शर्मा को नया कुलपति नियुक्त किया गया है। डॉ सुखपाल सिंह को नियम विरुद्ध सेवा वृद्धि दिए जाने को लेकर विवाद चल रहा था, और इस मामले में हाईकोर्ट ने सेवावृद्धि दिए जाने के आदेश को खारिज कर दिया था और सेवावृद्धि देने के बाद नियम संशोधित किए जाने पर उनकी नियुक्ति को अवैध ठहराया था।