पटना. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुस्लिमों को लेकर एक बार फिर अपनी पार्टीलाइन पर चलते हुए जहर उगला है। बुधवार को बिहार के पूर्णिया में मीडिया से बातचीत के दौरान सिंह ने कहा- हमारे पूर्वजों से गलती हो गई। मुसलमान भाइयों को 1947 में ही पाकिस्तान भेज दिया जाना चाहिए था। सिंह के मुताबिक, 1947 के पहले हमारे पूर्वज आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे, उसी वक्त मोहम्मद अली जिन्ना इस्लामिक स्टेट की योजना बना रहे थे।
गिरिराज के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सिंह ने ये भी कहा कि पूर्वजों की गलती का खामियाजा हमें आज उठाना पड़ रहा है।
सिंह ने कहा, “राष्ट्र के प्रति समर्पित होने का समय आ गया है। ये बहुत बड़ी हमारे पूर्वजों से भूल हुई। इसका खामियाजा आज हम यहां भुगत रहे हैं। अगर उस समय मुसलमान भाइयों को वहां भेज दिया गया तो ये नौबत ही नहीं आती। अगर भारतवंशियों को यहां जगह नहीं मिलेगी तो दुनिया का ऐसा कौन सा देश है जो उन्हें शरण देगा।”
मुस्लिमों के प्रति जहर उगलने का गिरिराज सिंह का यह पहला बयान नहीं है। इससे पहले उन्होंने 12 फरवरी को देवबंद को आतंकवाद की गंगोत्री बताया था। उन्होंन कहा था कि दुनिया में जितने भी आतंकवादी हुए हैं, या आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं उनके तार कहीं न कहीं देवबंद से जुड़े रहे हैं। देवबंद से आतंकवाद को हमेशा समर्थन मिला है। आतंकवादी भी यहां आकर रुके हैं, चाहे हाफिज सईद का मामला हो या अन्य घटनाएं। हिंदुस्तान को पाकिस्तान का डर नहीं है, लेकिन देश के गद्दारों से खतरा है।”
शाहीन बाग पर भी दिया था विवादित बयान
गिरिराज ने 6 फरवरी को कहा था, “शाहीन बाग सुसाइड बॉम्बर (आत्मघाती हमलावर) का जत्था बनता जा रहा है। देश की राजधानी में देश के खिलाफ ही बड़ी साजिश चल रही है। शाहीन बाग में एक महिला का बच्चा ठंड में मर जाता है और वो महिला कहती है कि मेरा बच्चा शहीद हुआ है। ये सुसाइड बॉम्बर नहीं है तो और क्या है? अगर भारत को बचाना है तो 'सुसाइड बम, खिलाफत आंदोलन-2' से देश को सजग करना होगा।”
गिरिराज के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। सिंह ने ये भी कहा कि पूर्वजों की गलती का खामियाजा हमें आज उठाना पड़ रहा है।
सिंह ने कहा, “राष्ट्र के प्रति समर्पित होने का समय आ गया है। ये बहुत बड़ी हमारे पूर्वजों से भूल हुई। इसका खामियाजा आज हम यहां भुगत रहे हैं। अगर उस समय मुसलमान भाइयों को वहां भेज दिया गया तो ये नौबत ही नहीं आती। अगर भारतवंशियों को यहां जगह नहीं मिलेगी तो दुनिया का ऐसा कौन सा देश है जो उन्हें शरण देगा।”
मुस्लिमों के प्रति जहर उगलने का गिरिराज सिंह का यह पहला बयान नहीं है। इससे पहले उन्होंने 12 फरवरी को देवबंद को आतंकवाद की गंगोत्री बताया था। उन्होंन कहा था कि दुनिया में जितने भी आतंकवादी हुए हैं, या आतंकी घटनाएं हो चुकी हैं उनके तार कहीं न कहीं देवबंद से जुड़े रहे हैं। देवबंद से आतंकवाद को हमेशा समर्थन मिला है। आतंकवादी भी यहां आकर रुके हैं, चाहे हाफिज सईद का मामला हो या अन्य घटनाएं। हिंदुस्तान को पाकिस्तान का डर नहीं है, लेकिन देश के गद्दारों से खतरा है।”
शाहीन बाग पर भी दिया था विवादित बयान
गिरिराज ने 6 फरवरी को कहा था, “शाहीन बाग सुसाइड बॉम्बर (आत्मघाती हमलावर) का जत्था बनता जा रहा है। देश की राजधानी में देश के खिलाफ ही बड़ी साजिश चल रही है। शाहीन बाग में एक महिला का बच्चा ठंड में मर जाता है और वो महिला कहती है कि मेरा बच्चा शहीद हुआ है। ये सुसाइड बॉम्बर नहीं है तो और क्या है? अगर भारत को बचाना है तो 'सुसाइड बम, खिलाफत आंदोलन-2' से देश को सजग करना होगा।”