गुजरातः टेक्स्टबुक में ‘लॉर्ड जीसस’ संबंधी गलती पर GSSTB का ढीला रवैया

Published on: July 8, 2017

 
गुजरात की शिक्षा व्यवस्था वर्तमान में विवादों के घेरे में। यहां की विभिन्न कक्षा के टेक्स्टबुक में हाल के दिनों में कई गलतियां सामने आई है। एक दिन पहले ही कुछ छात्रों ने ढ़ेरों गलतियां तलाश कर सभी को चौंका दिया था। चिंता का विषय है कि जिन पुस्तकों को लिखने और छापने के लिए एक बोर्ड बना हुआ है और करोड़ों रूपए खर्च किए जाते हों उनमें लॉर्ड जीसस और व्याकरण की गलतियां सवाल खड़े करता है।
 
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लॉर्ड जीसस संबंधी गलती की सुधार के लिए गुजरात स्टेट स्कूल टेक्स्टबुक बोर्ड ने पुस्तक वापस मंगाए जाने की बजाए डीईओ को आदेश दे दिया है। ज्ञात हो कि नौवीं कक्षा की हिंदी की किताब में लॉर्ड जीसस के लिए हैवान शब्द का प्रयोग किया गया था जिसके बाद क्रिश्चन समाज के लोगों ने नाराजगी जताई थी। रिपोर्ट के मुताबिक बोर्ड के कार्यकारी निदेशक नितिन पठानी ने डीईओ को नोटिफिकेशन जारी कर हिंदी के शिक्षकों को हैवान के बदले भगवान करने का निर्देश दिया है। पठानी ने आगे कहा कि जांच समिति ने एक रिपोर्ट सौंपी है जिसमें प्रूफ रीडर और कंटेंट राइटर को इस गलती के लिए प्राथमिक तौर पर जिम्मेदार पाया गया है। उधर विशेषज्ञों का कहना है कि लॉर्ड जीसस से संबंधी गलती गंभीर मामला है इसलिए इसकी सुधार के लिए जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार सभी पुस्तकों को वापस बोर्ड में मंगवाया जाना चाहिए और तब सुधार की जानी चाहिए। ऐसा न करने से शायद किसी किताब में गलती छूट जाने की संभावना बनी रहेगी।    
 

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