जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुआ आतंकी हमला पिछले तीस साल का सबसे बडा आतंकी हमला माना जा रहा है। सभी राजनैतिक और दुनिया के अनेक देशों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। वहीं दो दिन बाद मुस्लिम धर्मगुरु और मालेगांव के पूर्व विधायक मुफ्ती इस्माइल कासमी ने कहा कि पाकिस्तान पर हमला करने के लिए सेना में एक स्पेशल मुस्लिम रेजीमेंट बनाई जाए। पूर्व विधायक ने कहा कि अगर सरकार उनकी इस मांग को स्वीकार करती है तो वह 25 हजार मुस्लिमों की फोर्स जुटाएंगे जिन्हें रेजीमेंट में शामिल किया जा सकता है।

इस्माइल ने कहा, पाकिस्तान ने जो किया वह जघन्य और इस्लाम के खिलाफ है। अगर यह हिंसा इस्लाम और मुसलमानों के नाम पर की जा रही है तो मैं भारत सरकार से गुजारिश करुंगा कि वो मुस्लिम रेजीमेंट बनाने में मदद करे जो पाकिस्तान के खिलाफ इस लड़ाई को लड़ेगी।
पूर्व विधायक कासमी ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से इस रेजिमेंट में अकेले मालेगांव से 25,000 मुस्लिम पुरुषों की भर्ती सुनिश्चित करने में मदद करूंगा। पूर्व विधायक ने पुलवामा हमले के विरोध में शुक्रवार को मालेगांव में एक विरोध प्रदर्शन का भी आयोजन किया था।
प्रदर्शन का वीडियो मुफ्ती इस्माइल के फेसबुक पर भी शेयर किया गया है। इसमें पूर्व विधायक कह रहे हैं, माज़ी (पूर्व) में हिंदुस्तान के लोगों ने मसूद अजहर को रिहा किया था। जैश-ए-मोहम्मद का जिम्मेदार वही है। इसलिए हमारी हिंदुस्तान सरकार से मांग है कि पाकिस्तान जाकर उसे हिंदुस्तान लाना चाहिए और सजा देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में इस्लाम के नाम पर आतंक फैला रहा है। यह खुली दहशतगर्दी है और इसका कोई मजहब नहीं होता। उन्होंने कहा कि फौज में मराठा, गोरखा, राजपूत की तरह मुसलमान रेजीमेंट बननी चाहिए।

इस्माइल ने कहा, पाकिस्तान ने जो किया वह जघन्य और इस्लाम के खिलाफ है। अगर यह हिंसा इस्लाम और मुसलमानों के नाम पर की जा रही है तो मैं भारत सरकार से गुजारिश करुंगा कि वो मुस्लिम रेजीमेंट बनाने में मदद करे जो पाकिस्तान के खिलाफ इस लड़ाई को लड़ेगी।
पूर्व विधायक कासमी ने कहा कि मैं व्यक्तिगत रूप से इस रेजिमेंट में अकेले मालेगांव से 25,000 मुस्लिम पुरुषों की भर्ती सुनिश्चित करने में मदद करूंगा। पूर्व विधायक ने पुलवामा हमले के विरोध में शुक्रवार को मालेगांव में एक विरोध प्रदर्शन का भी आयोजन किया था।
प्रदर्शन का वीडियो मुफ्ती इस्माइल के फेसबुक पर भी शेयर किया गया है। इसमें पूर्व विधायक कह रहे हैं, माज़ी (पूर्व) में हिंदुस्तान के लोगों ने मसूद अजहर को रिहा किया था। जैश-ए-मोहम्मद का जिम्मेदार वही है। इसलिए हमारी हिंदुस्तान सरकार से मांग है कि पाकिस्तान जाकर उसे हिंदुस्तान लाना चाहिए और सजा देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में इस्लाम के नाम पर आतंक फैला रहा है। यह खुली दहशतगर्दी है और इसका कोई मजहब नहीं होता। उन्होंने कहा कि फौज में मराठा, गोरखा, राजपूत की तरह मुसलमान रेजीमेंट बननी चाहिए।