गुवाहाटी। भगवान राम और पीएम मोदी के विरुद्ध कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी को लेकर असम में एक असिस्टेंट प्रोफेसर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई है। असिस्टेंट प्रोफेसर द्वारा यह टिप्पणी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से की गई थी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के एक कार्यकर्ता की शिकायत के बाद एफआईआर दर्ज की गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 8 अगस्त को असिस्टेंट प्रोफेसर अनिंद्य सेन के विरुद्ध यह एफआईआर दर्ज की गई है। रोहित चंद्रा नामक व्यक्ति की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज कराई गई। रोहित ने खुद को विद्यार्थी संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता बताया था।
कैचर के एसपी बीएल मीणा ने मीडिया से कहा 'धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली फेसबुक पोस्ट के संबन्ध में शिकायत मिली थी। हम इस मामले की जांच करेंगे।'
अनिंद्य सेन सिलचर स्थित असम यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। उनके विरुद्ध IPC की धारा 294 (यह धारा सार्वजनिक रूप से गंदे शब्दों के प्रयोग या हरकत से संबंधित है ), 295A (जानबूझकर ऐसी हरकत करना, जिससे धार्मिक भावना आहत हो) तथा धारा 501 (मानहानि कारक बातों को छापना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

5 अगस्त को अयोध्या में राममंदिर का भूमिपूजन हुआ था। पीएम मोदी ने शिलान्यास का यह पूजन किया था। 5 अगस्त को ही अनिंद्य सेन द्वारा एक फेसबुक पोस्ट किया गया था। एफआईआर में चंद्रा ने आरोप लगाया है कि उस पोस्ट में सेन ने भगवान राम के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी की है।
एफआईआर के अनुसार, यह भी आरोप लगाया गया है कि सेन द्वारा लगातार हिन्दू धर्म को नीचा दिखाने और संवैधानिक पदों, जैसे प्रधानमंत्री और गृहमन्त्री के पदों पर बैठे व्यक्तियों के विरुद्ध गाली जैसे शब्दों के प्रयोग वाले पोस्ट किए जाते रहे हैं।
हालांकि सेन ने कहा 'रामायण एक महान कथा है। इसके कई संस्करण हैं। कई स्थानों पर राम की भी आलोचना की गई है। मैं कोई पहला व्यक्ति नहीं हूं, जिसने यह आलोचना की है, इससे पहले भी आलोचना हुई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 8 अगस्त को असिस्टेंट प्रोफेसर अनिंद्य सेन के विरुद्ध यह एफआईआर दर्ज की गई है। रोहित चंद्रा नामक व्यक्ति की शिकायत पर यह एफआईआर दर्ज कराई गई। रोहित ने खुद को विद्यार्थी संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता बताया था।
कैचर के एसपी बीएल मीणा ने मीडिया से कहा 'धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली फेसबुक पोस्ट के संबन्ध में शिकायत मिली थी। हम इस मामले की जांच करेंगे।'
अनिंद्य सेन सिलचर स्थित असम यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। उनके विरुद्ध IPC की धारा 294 (यह धारा सार्वजनिक रूप से गंदे शब्दों के प्रयोग या हरकत से संबंधित है ), 295A (जानबूझकर ऐसी हरकत करना, जिससे धार्मिक भावना आहत हो) तथा धारा 501 (मानहानि कारक बातों को छापना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

5 अगस्त को अयोध्या में राममंदिर का भूमिपूजन हुआ था। पीएम मोदी ने शिलान्यास का यह पूजन किया था। 5 अगस्त को ही अनिंद्य सेन द्वारा एक फेसबुक पोस्ट किया गया था। एफआईआर में चंद्रा ने आरोप लगाया है कि उस पोस्ट में सेन ने भगवान राम के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी की है।
एफआईआर के अनुसार, यह भी आरोप लगाया गया है कि सेन द्वारा लगातार हिन्दू धर्म को नीचा दिखाने और संवैधानिक पदों, जैसे प्रधानमंत्री और गृहमन्त्री के पदों पर बैठे व्यक्तियों के विरुद्ध गाली जैसे शब्दों के प्रयोग वाले पोस्ट किए जाते रहे हैं।
हालांकि सेन ने कहा 'रामायण एक महान कथा है। इसके कई संस्करण हैं। कई स्थानों पर राम की भी आलोचना की गई है। मैं कोई पहला व्यक्ति नहीं हूं, जिसने यह आलोचना की है, इससे पहले भी आलोचना हुई है।