बैंक के कलेक्शन एजेंट के हमले के बाद किसान की मौत

Written by SabrangindiaROMA (AIUFWP) | Published on: November 7, 2017
केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक कर्ज वसूली को लेकर तमाम निर्देश देते रहे हैं, लेकिन बैंक से कर्ज लेने वाले आम लोगों, खासकर किसानों पर पर बैंक भारी पड़ते हैं। एक तरफ जहां हजारों करोड़ डकारकर कारोबारी सम्मान पाते हैं, उनके सारे कर्ज माफ कर दिए जाते हैं, वहीं किसानों को इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ती है। ताजा मामला तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई जिले का है, जहां बैंक के कलेक्शन एजेंट के हमले के बाद किसान की मौत हो गई है।

Gnanasekaran family said the agent got into an argument after he was told to show ID
Image: NDTV

बकाया कर्ज को लेकर बहस के बाद एक राष्ट्रीयकृत बैंक के कलेक्शन एजेंट ने कथित तौर पर 50 वर्षीय एक किसान के सीने पर प्रहार किया। इसके बाद वह बेहोश होकर गिर गया और उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जिले के पोंढाई गांव के ज्ञानशेखरन हमले के बाद बेहोश हो गए और उन्हें यहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। वहां उपचार का उनपर असर नहीं हुआ और उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

ज्ञानशेखरन ने भारतीय स्टेट बैंक से कर्ज लेकर ट्रैक्टर खरीदा था। वह बैंक का कर्ज नहीं चुका पा रहे थे। कर्ज वसूलने के लिए भारतीय स्टेट बैंक के दो वसूली एजेंट पहुंचे, जिन्होंने शुरुआती झगड़े के बाद किसान पर हमला कर दिया गया। किसान को तिरुवेन्नामलाई स्थित सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तंद्रमपेट तालुका के पोंथाई गांव के ज्ञानशेखरन ने 2008 में भारतीय स्टेट बैंक की साथनुर शाखा से 4.95 लाख रुपये कर्ज लिया था। वह ईएमआई का भुगतान नहीं कर पा रहा था, जिसकी वजह से बैंक ने 2009 मेंं ट्रैक्टर जब्त कर लिया। बाद में किसान ने एक लाख रुपये का भुगतान किया तब ट्रैक्टर वापस कर दिया गया था। पिछले शनिवार को दोपहर बाद बैंक ने दो एजेंटों राजा और विरुथगिरि को ट्रैक्टर जब्त करने के लिए भेजा था।
 

बाकी ख़बरें