राफेल पर नए खुलासे के बाद बोले राहुल- वाड्रा, चिदंबरम किसी की भी जांच करा लो लेकिन राफेल पर भी जवाब दो मोदीजी

Written by sabrang india | Published on: February 8, 2019
नई दिल्ली। राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हैं। अब अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' के खुलासे के बाद राहुल गांधी और भी तेजी से हमलावर हो गए हैं। द् हिंदू ने खुलासा किया है कि फ्रांस सरकार के साथ राफेल डील को लेकर रक्षा मंत्रालय की ओर से की जा रही डील के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के दखल का फायदा फ्रांस को मिला था। पीएमओ की इस दखल का रक्षा मंत्रालय ने विरोध भी किया था। अब इसी मीडिया रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस ने फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे तौर इसमें हस्तक्षेप किया था।

अंग्रेजी अखबार का कहना है कि 7.87 बिलियन डॉलर के विवादित राफेल डील पर दोनों देशों की ओर से शीर्ष स्तर पर हो रही बातचीत में पीएमओ के 'सामानांतर दखल' का भारतीय रक्षा मंत्रालय ने जमकर विरोध किया था। पीएमओ के 'सामानांतर दखल' के कारण रक्षा मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय की टीम सौदे को लेकर बातचीत कमजोर पड़ गई। 24 नवंबर, 2015 को इसे रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के संज्ञान में लाया गया।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राफेल डील पर नए खुलासे के बाद फिर से मोदी सरकार पर हमला बोला और अंग्रेजी अखबार का हवाला देते हुए कहा कि रक्षा मंत्रालय ने इस सौदे का विरोध किया था। राहुल ने कहा कि पीएम ने सीधे तौर पर डील में हस्तक्षेप किया था। मोदी ने भारतीय वायुसेना के 30 हजार करोड़ का नुकसान कराया। पीएम ने चोरी कर पैसे अनिल अंबानी को दिए। उन्होंने एचएएल की जगह अनिल अंबानी की कंपनी को डील दिलवाई।

प्रियंका गांधी के पति रावर्ट वाड्रा पर पिछले 2 दिन से मनी लॉन्ड्रिंग पर प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों की पूछताछ और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के सवाल पर राहुल ने कहा कि जितनी मर्जी हो उतनी जांच कराइए, हमें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री को राफेल मामले पर भी कुछ बोलना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि ये साबित हो गया कि चौकीदार चोर है। डील पर प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने झूठ बोला था। राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में भी सरकार ने झूठ बोला। ये रक्षा मंत्रालय और कॉरपोरेट के बीच की लड़ाई है। 

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