लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शपथ लेने वाले 45 नए मंत्रियों में से 22 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है और उनमें से ज्यादातर पर गंभीर आरोप हैं। चुनाव अधिकार संस्था एडीआर ने इसकी रिपोर्ट जारी की है। एडीआर ने औ उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच ने मुख्यमंत्री योगी समेत 53 मंत्रियों के हलफनामों का अध्ययन किया है।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 22 मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है और 20 मंत्रियों अपने ऊपर गंभीर आरोप होने की जानकारी दी है।
एडीआर गंभीर आपराधिक मामलों को ऐसे गैर-जमानती अपराध के रूप में परिभाषित करता है जिनके लिए अधिकतम सजा पांच साल या उससे अधिक हो सकती है जिसमें मारपीट, हत्या, अपहरण, बलात्कार, भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत अपराध और महिलाों के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर आपराधिक मामले शामिल हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक विशेष रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि उनके खिलाफ कोई मामला नहीं है। उनके पिछले कार्यकाल के दौरान यूपी सरकार ने आदित्यनाथ के खिलाफ मामले वापस लिए थे जिसमें एक हेट स्पीच का मामला भी शामिल था।
रिपोर्ट में विश्लेषण कर यह भी बताया गया है कि बड़ी संख्या में मंत्री करोड़पति हैं जिन 45 मंत्रियों ने शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया, उनमें से 39 करोड़पति हैं और उनकी औसत संपत्ति नौ करोड़ आंकी गई है। इन 45 मंत्रियों में पांच महिलाएं भी शामिल हैं।
मंत्रियों के हलफनामे के मुताबिक तिलोई निर्वाचन क्षेत्र से मयंकेश्वर शरण सिंह ने सबसे ज्यादा कुल संपत्ति 58.07 करोड़ रुपये घोषित की है। एमएलसी धर्मवीर सिंह सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री हैं जिनकी कुल संपत्ति 42.91 करोड़ रुपये हैं। वहीं 9 मंत्रियों ने अपने शैक्षिणिक योग्याता 8वीं से 12वीं पास बताई है जबकि 36 मंत्री स्नातक हैं।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक 22 मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है और 20 मंत्रियों अपने ऊपर गंभीर आरोप होने की जानकारी दी है।
एडीआर गंभीर आपराधिक मामलों को ऐसे गैर-जमानती अपराध के रूप में परिभाषित करता है जिनके लिए अधिकतम सजा पांच साल या उससे अधिक हो सकती है जिसमें मारपीट, हत्या, अपहरण, बलात्कार, भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत अपराध और महिलाों के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर आपराधिक मामले शामिल हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक विशेष रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि उनके खिलाफ कोई मामला नहीं है। उनके पिछले कार्यकाल के दौरान यूपी सरकार ने आदित्यनाथ के खिलाफ मामले वापस लिए थे जिसमें एक हेट स्पीच का मामला भी शामिल था।
रिपोर्ट में विश्लेषण कर यह भी बताया गया है कि बड़ी संख्या में मंत्री करोड़पति हैं जिन 45 मंत्रियों ने शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया, उनमें से 39 करोड़पति हैं और उनकी औसत संपत्ति नौ करोड़ आंकी गई है। इन 45 मंत्रियों में पांच महिलाएं भी शामिल हैं।
मंत्रियों के हलफनामे के मुताबिक तिलोई निर्वाचन क्षेत्र से मयंकेश्वर शरण सिंह ने सबसे ज्यादा कुल संपत्ति 58.07 करोड़ रुपये घोषित की है। एमएलसी धर्मवीर सिंह सबसे कम संपत्ति वाले मंत्री हैं जिनकी कुल संपत्ति 42.91 करोड़ रुपये हैं। वहीं 9 मंत्रियों ने अपने शैक्षिणिक योग्याता 8वीं से 12वीं पास बताई है जबकि 36 मंत्री स्नातक हैं।