पिछले साल 25 दिसंबर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई ईसाईयों को क्रिसमस की बधाई देने और उनसे बातचीत करने के लिए अपने घर निमंत्रित किया। उन्होंने समाजसेवा के क्षेत्र में ईसाई समुदाय के योगदान और प्रभु ईसा मसीह की समावेशी शिक्षाओं की सराहना की। लेकिन इसके बाद भी ईसाईयों पर हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। ताजा मामला मध्य प्रदेश के बैतूल से सामने आया है।
बैतूल के सदर इलाके में स्थित ईसाई मिशनरी के मिशन स्कूल में रविवार को प्रार्थना सभा के दौरान हंगामा हो गया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने स्कूल में घुस कर तालाबंदी कर दी। जानकारी लगते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रार्थना के दौरान एक महिला समेत बजरंग दल के दो सदस्य जबरन स्कूल में घुस गये, जिससे अफरा-तफरी मच गयी। उन्होंने दावा किया कि ईसाई समुदाय के सदस्य "जबरन धर्म परिवर्तन" कर रहे थे और कहा कि स्थानीय लोगों को खाली स्कूल में प्रार्थना करने के लिए मजबूर किया गया।
जबकि बैतूल पुलिस स्टेशन ने न तो घटना की पुष्टि की और न ही इनकार किया, सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो में कथित हमले के दृश्य कैद हैं।
सितंबर 2023 में इसी तरह की एक घटना में, सागर जिले में दक्षिणपंथी हिंदुत्व समर्थकों ने सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल पर हिंदू देवता गणेश का अनादर करने का आरोप लगाते हुए धावा बोल दिया था। भीड़ ने प्रिंसिपल के केबिन में घुसकर उत्पात मचाते हुए उनके खिलाफ पुलिस जांच की मांग की।
प्रिंसिपल सिस्टर सरिता जोसेफ ने आरोपों का पुरजोर खंडन किया और कहा कि स्कूल बिना किसी पक्षपात के सभी धर्मों के प्रति सम्मान पर जोर देता है। उन्होंने कहा, "हम अपने सभी छात्रों को समान रूप से शिक्षा प्रदान करते हैं।"
Related: