छत्तीसगढ़ : महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने HIV संक्रमितों नाबालिग बच्चियों और महिला वकील को पीटा

Written by Rupesh Kumar Singh | Published on: August 17, 2020
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला के सरकंडा थाना व महिला एवं बाल विकास विभाग के पदाधिकारियों द्वारा 'अपना घर' शेल्टर होम के एचआईवी संक्रमित नाबालिग बच्चियों व अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला (Priya Shukla) की काफी पिटायी की गयी है और इनसभी को किसी अज्ञात जगह पर ले जाया गया है।



अभी कुछ देर पहले अधिवक्ता प्रियंका के जीवनसाथी Anuj Shrivastava ने प्रियंका के फेसबुक आईडी से लाइव होकर बताया कि आज छत्तीसगढ़ के एकमात्र एचआईवी संक्रमित नाबालिग बच्चियों के शेल्टर होम 'अपना घर' में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी व सरकंडा थाना के थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस ने 'अपना घर' में रह रही 14 एचआईवी संक्रमित नाबालिग बच्चियों के साथ बुरी तरह से मारपीट किया है और अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला को भी बुरी तरह से पीटा है।

उन्होंने लाईव वीडियो में कहा है कि जब वे शेल्टर होम में पहुंचे, तो वहां टूटी हुई चुड़ियां और खून बिखरे मिले। जब उन्होंने सरकंडा थाना के टीआई से एक पत्रकार के रूप में बात करना चाहा, तो उनके साथ तू-तड़ाक की भाषा का इस्तेमाल करते हुए कानून के काम में दखलंदाजी का आरोप लगाते हुए धमकी भी दिया। इनलोगों को कहाँ ले जाया गया है, अभी तक इस बारे में अनुज को कुछ भी नहीं बताया गया है।

मालूम हो कि पिछले दिनों NDTV पर Ravish Kumar ने शेल्टर होम 'अपना घर' की खबर भी दिखायी थी, जिसमें यह बात सामने आयी थी कि 'अपना घर' को सरकारी अनुदान के एवज में 30 प्रतिशत कमीशन महिला एवं बाल विकास विभाग के पदाधिकारियों द्वारा मांगा जा रहा है। कमीशन देने से इंकार करने पर शेल्टर होम के मानक पर सवाल उठाते हुए उसे बंद करने को कहा गया था और सारी बच्चियों को अन्यत्र भेजने की बात कही गयी थी। NDTV की रिपोर्ट में प्रियंका ने भी बेबाकी से अपनी बात रखी थी।

मैं आप तमाम प्रगतिशील एवं जनवादपसंद साथियों से अपील करता हूं कि छत्तीसगढ़ पुलिस की गुंडागर्दी के खिलाफ आवाज उठाएं व एचआईवी संक्रमित 14 नाबालिग बच्चियों के साथ-साथ अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला के साथ खड़े हों।

बाकी ख़बरें