नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में गुरुवार की रात एक आपत्तिजनक वीडियो को लेकर दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। इस वीडियो को व्हाट्सएप के जरिए वायरल किया गया। पुलिस के मुताबिक सुरक्षा व्यवस्था कायम करने के लिए कर्फ्यू लगाया गया, लखीमपुर में स्थिति अब सामान्य है। लखीमपुर खीरी जिले में कई दशकों से कोई धार्मिक उन्माद नहीं हुआ है। इससे पहले लखीमपुर में अयोध्या में बाबरी मस्जिद के विवादित ढाचे को गिराए जाने से स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी।
गुरुवार को ये झड़प उस समय हुई जब व्हाट्सएप से एक आपत्तिजनक वीडियो को वायरल किया गया, वायरल वीडियो से संबंधित शिकायत कोतवाली में की गई। पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए इस मामले में भाजपा नेता विनोद गुप्ता सहित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इन लोगों पर भीड़ को भड़काने, तोड़फोड़ करवाने का आरोप है। पुलिस इस मामले में और लोगों की छानबीन कर रही है। पुलिस ने सुरक्षा कायम करने के लिए शहर में रूटमार्च भी निकाला। पुलिस इस मामले में सोशल मीडिया पर भी नजर रखे है।
वीडियो वायरल करने के मुख्य आरोपी समेत दो आरोपियों को दोपहर में जेल भेजे जाने से भड़के दूसरे समुदाय के लोग रात में सड़क पर उतर आए और शहर में जगह-जगह तोड़फोड़ की। झड़प के दौरान गोली चलने से दो लोग घायल हो गए। जिसके बाद डीएम ने स्थिति पर काबू करने के लिए कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया। जिला अधिकारी ने सभी स्कूल और कॉलेजों को शुक्रवार तक बंद करने का आदेश दिया है।
डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट आकाशदीप के मुताबिक, "कानून व्यवस्था को कायम करने के लिए कर्फ्यू लगाया गया, झड़प में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं जहां उनका इलाज किया जा रहा है।" वहीं जिले के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने लोगों से शहर में शांति कायम रखने में लोगों से अपील की है।
आपको बता दें लखीमपुर में दूसरी बार कर्फ्यू लगाया है, इससे पहले 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद लखीमपुर में कर्फ्यू लगाया गया था।
Courtesy: National Dastak
गुरुवार को ये झड़प उस समय हुई जब व्हाट्सएप से एक आपत्तिजनक वीडियो को वायरल किया गया, वायरल वीडियो से संबंधित शिकायत कोतवाली में की गई। पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए इस मामले में भाजपा नेता विनोद गुप्ता सहित सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इन लोगों पर भीड़ को भड़काने, तोड़फोड़ करवाने का आरोप है। पुलिस इस मामले में और लोगों की छानबीन कर रही है। पुलिस ने सुरक्षा कायम करने के लिए शहर में रूटमार्च भी निकाला। पुलिस इस मामले में सोशल मीडिया पर भी नजर रखे है।
वीडियो वायरल करने के मुख्य आरोपी समेत दो आरोपियों को दोपहर में जेल भेजे जाने से भड़के दूसरे समुदाय के लोग रात में सड़क पर उतर आए और शहर में जगह-जगह तोड़फोड़ की। झड़प के दौरान गोली चलने से दो लोग घायल हो गए। जिसके बाद डीएम ने स्थिति पर काबू करने के लिए कर्फ्यू लगाने का निर्णय लिया। जिला अधिकारी ने सभी स्कूल और कॉलेजों को शुक्रवार तक बंद करने का आदेश दिया है।
डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट आकाशदीप के मुताबिक, "कानून व्यवस्था को कायम करने के लिए कर्फ्यू लगाया गया, झड़प में घायल हुए लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं जहां उनका इलाज किया जा रहा है।" वहीं जिले के पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने लोगों से शहर में शांति कायम रखने में लोगों से अपील की है।
आपको बता दें लखीमपुर में दूसरी बार कर्फ्यू लगाया है, इससे पहले 1984 में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद लखीमपुर में कर्फ्यू लगाया गया था।
Courtesy: National Dastak