CAB को राष्ट्रपति की मंजूरी, पूर्वोत्तर में विरोध प्रदर्शन जारी, असम में 3 की मौत

Written by sabrang india | Published on: December 13, 2019
नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक 2019 को अपनी मंजूरी दे दी, जिसके बाद यह एक कानून बन गया है। एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित होने के साथ ही यह कानून लागू हो गया है। असम सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ हो रहा हिंसक प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्वोत्तर के कई राज्यों में स्कूल, कॉलेज बंद कर दिए गए हैं वहीं को गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त समेत कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया।



गुवाहाटी में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए हैं, खबर आ रही है कि भीड़ को काबू करने के लिए कई जगहों पर पुलिस को गोलियां भी चलानी पड़ी है। मेघालय और असम में तीन दिनों के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई हैं जबकि असम में 31 ट्रेनों को या तो रद्द करना पड़ा है या उनका रूट बदल दिया गया। गुवाहाटी और शिलॉन्ग में कर्फ्यू जारी है जबकि डिब्रूगढ़ में आज कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में राहत दी गई है। हालात पर काबू पाने के लिए असम के कई जगहों पर अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं।

बुधवार को गुवाहाटी में तीन प्रदर्शनकारियों की मौत की खबर है। यातायात सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हैं। ट्रेनों के साथ-साथ गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ जाने वाली कई उड़ानें भी रद्द हुई हैं। असम के चार इलाकों में सेना को तैनात किया गया है। वहीं मेघालय में भी विरोध जारी है। जबकि शिलॉन्ग को छोड़कर राज्य का बाकी हिस्सा नागरिकता संशोधन बिल के दायरे में नहीं आने वाला है। शिलॉन्ग में ही दो गाड़ियां आग के हवाले कर दिया गया। मुख्यमंत्री और मंत्री दिल्ली के लिए फ़्लाइट नहीं ले पाए।  

शिलॉन्ग में अनिश्चितकालीन कर्फ़्यू लगा दिया गया है। 48 घंटे के लिए इंटरनेट और एसएमएस पर रोक है। वहीं त्रिपुरा में फिलहाल स्थिति काबू में है और शांति बनी हुई है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करते हुए असम के लोगों से अपील की है और उन्हें आश्वस्त किया है। 

इंटरनेट बंद की स्थिति में ट्वीट के जरिए पीएम मोदी ने असम वासियों को संदेश भेजते हुए लिखा है, 'मैं असम के अपने भाई-बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उन्हें नागरिकता संशोधन बिल (CAB) के पारित होने के बाद चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि कोई उनसे उनके अधिकार, अनूठी पहचान और खूबसूरत संस्कृति नहीं छीन सकता। वह लगातार फलती-फूलती रहेगी।' 

नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ असम और त्रिपुरा में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों का असर यातायात पर पड़ रहा है। रेलवे ने असम और त्रिपुरा आने-जाने वाली सभी यात्री ट्रेनों को निलंबित कर दिया और लंबी दूरी वाली ट्रेनों को गुवाहाटी में ही रोका जा रहा है। वहीं विमानन कंपनी इंडिगो ने डिब्रूगढ़ आने-जाने वाली सभी फ्लाइट्स कैंसल कर दी हैं। कंपनी ने यात्रियों को इसके लिए अल्टरनेट फ्लाइट लेने या रिफंड की पेशकश की है। 

पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के प्रवक्ता सुभानन चंदा ने बताया कि सुरक्षा स्थिति को देखते हुए यह फैसला बुधवार रात में लिया गया,  जिसके बाद कई यात्री कामाख्या और गुवाहाटी में फंस गए। बुधवार रात गुवाहाटी में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया था क्योंकि यहां प्रदर्शनकारियों ने असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर को निशाना बनाया था।

 

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