नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का शनिवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया है। वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। उन्होंने 12.07 बजे अंतिम सांस ली। वह 67 साल के थे। 9 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ के बाद अरुण जेटली को एम्स में भर्ती कराया गया था।
अनुभवी डॉक्टरों की टीम की देखरेख में उनका इलाज किया जा रहा था। शनिवार सुबह ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन उन्हें देखने पहुंचे थे। एम्स ने प्रेस रिलीज जारी कर जेटली के निधन की जानकारी दी है।
अरुण जेटली अटल बिहारी वाजपेयी कैबिनेट में साल 2000 में कैबिनेट मंत्री बने थे। इसके बाद वह राज्यसभा में साल 2009 में नेता विपक्ष भी बने। जब मोदी सरकार साल 2014 में आई तब उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया।
अरुण जेटली के निधन के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपना दौरा छोटा किया। वह हैदराबाद से जल्द वापस लौटेंगे।उन्होंने ट्वीट कर कहा, अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा।
अनुभवी डॉक्टरों की टीम की देखरेख में उनका इलाज किया जा रहा था। शनिवार सुबह ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन उन्हें देखने पहुंचे थे। एम्स ने प्रेस रिलीज जारी कर जेटली के निधन की जानकारी दी है।
अरुण जेटली अटल बिहारी वाजपेयी कैबिनेट में साल 2000 में कैबिनेट मंत्री बने थे। इसके बाद वह राज्यसभा में साल 2009 में नेता विपक्ष भी बने। जब मोदी सरकार साल 2014 में आई तब उन्हें वित्त मंत्री बनाया गया।
अरुण जेटली के निधन के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने अपना दौरा छोटा किया। वह हैदराबाद से जल्द वापस लौटेंगे।उन्होंने ट्वीट कर कहा, अरुण जेटली जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं, जेटली जी का जाना मेरे लिये एक व्यक्तिगत क्षति है। उनके रूप में मैंने न सिर्फ संगठन का एक वरिष्ठ नेता खोया है बल्कि परिवार का एक ऐसा अभिन्न सदस्य भी खोया है जिनका साथ और मार्गदर्शन मुझे वर्षो तक प्राप्त होता रहा।