अमेठी में स्ट्रॉग रूम से निकालकर ट्रक में लादी जा रही थीं सैकड़ों EVM, कांग्रेस का हंगामा

Written by sabrang india | Published on: May 9, 2019
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पांच चरण संपन्न हो चुके हैं और हर चरण में ईवीएम को लेकर कोई ना कोई घटना सामने आई है। ईवीएम में छेड़छाड़ कराने तथा ईवीएम बदलने का शक सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर जा रहा है। अमेठी में 6 मई को मतदान होने के बाद सैकड़ों ईवीएम मशीनों को ट्रक में लादकर ले जाने के प्रयास का मामला सामने आया है। यहां ईवीएम मशीनों को अलग-अलग स्कूल और कालेज कैम्पस में सुरक्षित रखा गया है। इस जगह पर सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात है, साथ ही कांग्रेस समेत दूसरे राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता भी कड़ी नजर रखे हुए हैं।

लेकिन बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देखा कि गौरीगंज के मानिषी महिला महाविद्यालय में बनाए गए स्ट्रॉंग रूम से सैकड़ों मशीनों को एक ट्रक में लादा जा रहा था। इस बारे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वहां मौजूद कानूनगो और लेखपाल से मशीनों को ट्रक में लादे जाने का कारण पूछा, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।

इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के उच्चाधिकारियों से संपर्क किया। इस पर एसडीएम वंदिता श्रीवास्तव मौके पर पहुंचीं और उन्होंने बताया कि 12 मई को होने वाली वोटिंग में जिन मतदान केंद्रों पर मशीनों की कमी है, इन मशीनों को वहां भेजे जाने का संदेश मिला है। एसडीएम के इस जवाब से अमेठी जिला कांग्रेस अध्यक्ष योगेंद्र मिश्रा और वकील सूर्य त्रिपाठी संतुष्ठ नहीं हुए।

सवाल है कि आखिर अतिरिक्त ईवीएम को उसी केंद्र पर क्यों रखा गया जहां मतदान हो चुके इलाकों की मशीनें रखी गई हैं? सवाल यह भी है कि क्या इस तरह ईवीएम मशीनों के आपस में मिलने का अंदेशा नहीं है? और सबसे बड़ा सवाल चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार मतदान में इस्तेमाल हो चुकी ईवीएम और अतिरिक्त ईवीएम को एक जगह नहीं रखा जा सकता, तो फिर इन मशीनों को यहां क्यों रखा गया था?

बताया जाता है कि कथित तौर पर इन मशीनों को गौरीगंड कलेक्ट्रेट ले जाया गया। प्रशासन ने बताया कि कलेक्ट्रेट में इन मशीनों की जांच होगी और इन्हें कैलिब्रेट करने के बाद उन निर्वाचन क्षेत्रों में भेजा जाएगा, जहां 12 मई को मतदान होना है।

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