नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा के लिए नवनिर्वाचित सांसदों ने मंगलवार को शपथ ली। इस दौरान सांसद संसद में धर्म और राष्ट्रवाद का प्रदर्शन करते नजर आए। उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने भी शपथ ली। साक्षी महाराज जब शपथ ले रहे थे तो उस दौरान 'मंदिर वहीं बनाएंगे' के नारे लगे। शपथ लेने के बाद खुद साक्षी महाराज ने भी जय श्रीराम का उद्घोष किया। साक्षी महाराज ने संस्कृत में शपथ ली। उनसे पहले बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी और प्रज्ञा ठाकुर ने भी संस्कृत में शपथ ली।
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसदीय सत्र के दूसरे दिन बतौर सांसद पद और गोपनीयता की शपथ ली, लेकिन उनके शपथ ग्रहण के दौरान सदन में जय श्रीराम, भारत माता की जय, वंदे मातरम् के नारे लगने शुरू हो गए। इसके जवाब में ओवैसी ने जय भीम, जय मीम, अल्लाह-हू-अकबर व जय हिंद का नारा लगा दिया। ओवैसी ने भारतीय संसद में यह नारा एक प्रतिक्रिया के तौर पर लगाया। उनकी शपथ ग्रहण के दौरान लगातार जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए जा रहे थे। ऐसे में ओवैसी ने अपनी शपथ की पंक्तियां पूरी कर नारा दोहराया।
भाजपा द्वारा नारे लगाए जाने पर बाद में ओवैसी ने कहा, 'अच्छा है कि उन्हें (भाजपा सांसदों को) इस तरह की बातें याद आ जाती हैं, जब वे मुझे देखते हैं। मुझे उम्मीद है कि उन्हें संविधान भी याद होगा और मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत भी।' ओवैसी द्वारा बीजेपी की हूटिंग के जवाब में किया गया तंज सत्तापक्ष पर भारी पड़ा।
भोपाल से निर्वाचित होकर आई साध्वी प्रज्ञा का नाम पुकारा गया। लेकिन जैसे ही प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शपथ लेना शुरू किया वैसे ही विपक्षी दलों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। प्रज्ञा जैसे ही शपथ लेने पहुंचीं, विपक्ष ने उनके नाम को लेकर आपत्ति जताई। विपक्षी खेमे की तरफ से हंगामा हुआ।
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने संसदीय सत्र के दूसरे दिन बतौर सांसद पद और गोपनीयता की शपथ ली, लेकिन उनके शपथ ग्रहण के दौरान सदन में जय श्रीराम, भारत माता की जय, वंदे मातरम् के नारे लगने शुरू हो गए। इसके जवाब में ओवैसी ने जय भीम, जय मीम, अल्लाह-हू-अकबर व जय हिंद का नारा लगा दिया। ओवैसी ने भारतीय संसद में यह नारा एक प्रतिक्रिया के तौर पर लगाया। उनकी शपथ ग्रहण के दौरान लगातार जय श्रीराम और भारत माता की जय के नारे लगाए जा रहे थे। ऐसे में ओवैसी ने अपनी शपथ की पंक्तियां पूरी कर नारा दोहराया।
भाजपा द्वारा नारे लगाए जाने पर बाद में ओवैसी ने कहा, 'अच्छा है कि उन्हें (भाजपा सांसदों को) इस तरह की बातें याद आ जाती हैं, जब वे मुझे देखते हैं। मुझे उम्मीद है कि उन्हें संविधान भी याद होगा और मुजफ्फरपुर में बच्चों की मौत भी।' ओवैसी द्वारा बीजेपी की हूटिंग के जवाब में किया गया तंज सत्तापक्ष पर भारी पड़ा।
भोपाल से निर्वाचित होकर आई साध्वी प्रज्ञा का नाम पुकारा गया। लेकिन जैसे ही प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शपथ लेना शुरू किया वैसे ही विपक्षी दलों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। प्रज्ञा जैसे ही शपथ लेने पहुंचीं, विपक्ष ने उनके नाम को लेकर आपत्ति जताई। विपक्षी खेमे की तरफ से हंगामा हुआ।