अहमदाबाद में कोविड-19 के मरीज़ों की संख्या 2, 167 हो गई है। 55 लाख की आबादी वाला यह शहर कोरोना संक्रमण के मामले में राजस्थान मध्य प्रदेश और दिल्ली को टक्कर दे रहा है। दिल्ली में कोविड-19 के मरीज़ों की संख्या 2918 है। राजस्थान में 2185 और मध्य प्रदेश में 2168। गुजरात भर में कोविड-19 के संक्रमित मरीज़ों की संख्या 3301 है।
यही नहीं अहमदाबाद में कोविड-19 से मरने वालों की दर राष्ट्रीय औसत और कई बड़े शहरों के औसत से अधिक है। यह मृत्यु दर 4.71 प्रतिशत है। दिल्ली में 2,919 मरीज़ों पर 50 लोगों की मौत हुई थी। मुंबई में 5407 मरीज़ों पर 205 मरीज़ों की मौत हुई थी। तो अहमदाबाद में मृत्यु दर मुंबई और दिल्ली से भी अधिक है।
भारत भर में कोविड-19 के मरीज़ों की संख्या 28,380 हो गई है। पिछले 24 घंटे में 1463 नए मामले आए हैं। जिसमें से 6362 ठीक हो गए हैं। 886 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे अब तक सबसे अधिक 60 मौतें हुई हैं। गुजरात एक दिन में 3000 के आस-पास ही सैंपल टेस्ट कर रहा है। तालाबंदी के एक महीना बीत जाने के बाद यह बेहद दुखद है।
अहमदाबाद मिरर की एक रिपोर्ट में गुजरात में 23 मार्च से 26 अप्रैल के बीच हुए 133 मौतों का अध्यन किया गया है। इनमें से आधे मृतक 60 साल से अधिक के थे। ज्यादातर को हाइपरटेंशन और डाइबिटीज़ की बीमारी थी। 55 मृतकों को हाइपरटेंशन की बीमारी थी और 49 को डाइबिटीज़। कई मामलों में दोनों ही बीमारी थी। गुजरात भर में 40 से 60 साल के कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 54 है। 71 मृतक 60 साल से अधिक के हैं।
कायदे से इस वक्त सबकी नज़र अहमदाबाद पर होनी चाहिए। अब रिपोर्ट में बहुत सारी जानकारी नहीं मिलती है। जैसे अहमदाबाद में इतना संक्रमण कैसे फैला, जिन्हें संक्रमण हुआ है, उनका इतिहास क्या है। किस तरह के मोहल्ले में फैल रहा है, किस तरह के आर्थिक तबके में मैल रहा है वगैरह वगैरह।
यही नहीं अहमदाबाद में कोविड-19 से मरने वालों की दर राष्ट्रीय औसत और कई बड़े शहरों के औसत से अधिक है। यह मृत्यु दर 4.71 प्रतिशत है। दिल्ली में 2,919 मरीज़ों पर 50 लोगों की मौत हुई थी। मुंबई में 5407 मरीज़ों पर 205 मरीज़ों की मौत हुई थी। तो अहमदाबाद में मृत्यु दर मुंबई और दिल्ली से भी अधिक है।
भारत भर में कोविड-19 के मरीज़ों की संख्या 28,380 हो गई है। पिछले 24 घंटे में 1463 नए मामले आए हैं। जिसमें से 6362 ठीक हो गए हैं। 886 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे अब तक सबसे अधिक 60 मौतें हुई हैं। गुजरात एक दिन में 3000 के आस-पास ही सैंपल टेस्ट कर रहा है। तालाबंदी के एक महीना बीत जाने के बाद यह बेहद दुखद है।
अहमदाबाद मिरर की एक रिपोर्ट में गुजरात में 23 मार्च से 26 अप्रैल के बीच हुए 133 मौतों का अध्यन किया गया है। इनमें से आधे मृतक 60 साल से अधिक के थे। ज्यादातर को हाइपरटेंशन और डाइबिटीज़ की बीमारी थी। 55 मृतकों को हाइपरटेंशन की बीमारी थी और 49 को डाइबिटीज़। कई मामलों में दोनों ही बीमारी थी। गुजरात भर में 40 से 60 साल के कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 54 है। 71 मृतक 60 साल से अधिक के हैं।
कायदे से इस वक्त सबकी नज़र अहमदाबाद पर होनी चाहिए। अब रिपोर्ट में बहुत सारी जानकारी नहीं मिलती है। जैसे अहमदाबाद में इतना संक्रमण कैसे फैला, जिन्हें संक्रमण हुआ है, उनका इतिहास क्या है। किस तरह के मोहल्ले में फैल रहा है, किस तरह के आर्थिक तबके में मैल रहा है वगैरह वगैरह।