मुख्यमंत्री रमन सिंह पूरे प्रदेश में छत्तीसगढ़ के विकास की कहानियां सुना रहे हैं और उन्हीं के राज्य में किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
ताजा घटना बिलासपुर के लोरमी के खुड़िया चौकी क्षेत्र के ग्राम टिंगीपुर की है जहां कर्ज से परेशान एक बैगा किसान ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली।
नईदुनिया की खबर के अनुसार, मृतक किसान के परिजनों ने बताया कि 45 साल के श्याम सिंह बैगा ने हैदराबाद स्थित भारत फाइनेंशियल इक्वेयशन लिमिटेड से खेती के लिए 40 हजार रुपये का कर्ज ले रखा था, लेकिन फसल अच्छी न होने से वह परेशान था।
उसे कर्ज न चुका पाने की आशंका सताने लगी थी। उसने परिवार के लोगों के सामने भी ये बताया था कि कर्ज चुका पाना मुश्किल हो रहा है।
इसके बाद मंगलवार की देर रात उसने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विधानसभा चुनाव चलने के कारण किसी भी राजनीतिक दल ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।
खास बात ये भी है कि मृतक किसान बैगा आदिवासी है जिन्हें राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहा जाता है। शासन की ओर से इनके संरक्षण और विकास के लिए तमाम अलग से योजनाएं चलाने का दावा किया जाता है।
लोरमी इलाके में इस साल औसत से भी कम बारिश हुई है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक पिछले साल 1050 एमएम बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन इस साल अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह तक महज 375 एमएम बारिश ही दर्ज की गई। ऐसे में पर्याप्त बारिश नहीं होने से ज्यादातर किसानों की फसल खराब हो गई, जिसके बाद से वहां के किसान बेहद चिंतित और परेशान हैं।
ताजा घटना बिलासपुर के लोरमी के खुड़िया चौकी क्षेत्र के ग्राम टिंगीपुर की है जहां कर्ज से परेशान एक बैगा किसान ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली।
नईदुनिया की खबर के अनुसार, मृतक किसान के परिजनों ने बताया कि 45 साल के श्याम सिंह बैगा ने हैदराबाद स्थित भारत फाइनेंशियल इक्वेयशन लिमिटेड से खेती के लिए 40 हजार रुपये का कर्ज ले रखा था, लेकिन फसल अच्छी न होने से वह परेशान था।
उसे कर्ज न चुका पाने की आशंका सताने लगी थी। उसने परिवार के लोगों के सामने भी ये बताया था कि कर्ज चुका पाना मुश्किल हो रहा है।
इसके बाद मंगलवार की देर रात उसने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विधानसभा चुनाव चलने के कारण किसी भी राजनीतिक दल ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया है।
खास बात ये भी है कि मृतक किसान बैगा आदिवासी है जिन्हें राष्ट्रपति का दत्तक पुत्र कहा जाता है। शासन की ओर से इनके संरक्षण और विकास के लिए तमाम अलग से योजनाएं चलाने का दावा किया जाता है।
लोरमी इलाके में इस साल औसत से भी कम बारिश हुई है। अक्टूबर के दूसरे सप्ताह तक पिछले साल 1050 एमएम बारिश दर्ज की गई थी, लेकिन इस साल अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह तक महज 375 एमएम बारिश ही दर्ज की गई। ऐसे में पर्याप्त बारिश नहीं होने से ज्यादातर किसानों की फसल खराब हो गई, जिसके बाद से वहां के किसान बेहद चिंतित और परेशान हैं।