दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री इमरान खान भारत में दंगे करवाना चाहते है। इसलिए वह खुलेआम लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की मदद कर रहे हैं। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, पाकिस्तान और इमरान खान भारत में दंगे करवाना चाहते हैं। इसलिए पाकिस्तान खुलेआम मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनने में मदद कर रहा है।
केजरीवाल ने कहा कि पाकिस्तान जो 70 साल में हासिल नहीं कर सका, उनके दोस्त मोदी ने भारत के बंधुत्व की भावना को खत्म कर, पांच साल में ही उसे दे दिया। दरअसल केजरीवाल भाजपा के उस ट्वीट का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने अपने पार्टी अध्यक्ष के हवाले से लिखा था, असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजनशिप के संदर्भ में कहा था कि बौद्ध, हिंदू और सिख को छोड़ कर देश से हर एक घुसपैठिए को बाहर कर देंगे।
आप नेता का ट्वीट इमरान खान के उस ट्वीट के बाद आया जिसमें इमरान खान ने कहा था कि यदि भाजपा लोकसभा चुनाव जीत जाती है तो भारत के साथ शांति वार्ता करने की संभावना बेहतर हो सकती है और कश्मीर को लेकर किसी प्रकार समझौता हो सकता है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने यहां विदेशी पत्रकारों के समूह से बात कर रहे थे। रॉयटर्स की खबर के अनुसार इमरान खान के अनुसार, इमरान खान ने कहा था कि यदि कांग्रेस भारत में अगली सरकार बनाती है तो दक्षिणपंथियों के डर से कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के साथ समझौता करने से डर सकती है।
इमरान खान के बयान के बाद कांग्रेस और वाम दल समेत विपक्षी दलों ने कहा पीएम मोदी को वोट देना पाकिस्तान को वोट देना है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की टिप्पणी यह दर्शाती है कि पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक गठजोड़ है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा था, मोदीजी, पहले नवाज़ शरीफ़ से प्यार और अब इमरान खान आपका चहेता यार! ढोल की पोल खुल गयी है।
महबूबा ने भी पाकिस्तानी पीएम के बयान के बाद ट्वीट किया था, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की तरह ही मुफ्ती साहब भी यही मानते थे कि मोदी जिन्हें दक्षिणपंथियों का समर्थन मिला हुआ है, वाजपेयी की तरफ से शुरू की गई बातचीत की पेशकश को आगे बढ़ाएंगे। भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी धड़ों के विरोध के कारण कांग्रेस ऐसा नहीं कर सकी। लेकिन विशाल जनादेश के बाद भी मोदी ने यह मौका गंवा दिया।
केजरीवाल ने कहा कि पाकिस्तान जो 70 साल में हासिल नहीं कर सका, उनके दोस्त मोदी ने भारत के बंधुत्व की भावना को खत्म कर, पांच साल में ही उसे दे दिया। दरअसल केजरीवाल भाजपा के उस ट्वीट का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने अपने पार्टी अध्यक्ष के हवाले से लिखा था, असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजनशिप के संदर्भ में कहा था कि बौद्ध, हिंदू और सिख को छोड़ कर देश से हर एक घुसपैठिए को बाहर कर देंगे।
आप नेता का ट्वीट इमरान खान के उस ट्वीट के बाद आया जिसमें इमरान खान ने कहा था कि यदि भाजपा लोकसभा चुनाव जीत जाती है तो भारत के साथ शांति वार्ता करने की संभावना बेहतर हो सकती है और कश्मीर को लेकर किसी प्रकार समझौता हो सकता है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने यहां विदेशी पत्रकारों के समूह से बात कर रहे थे। रॉयटर्स की खबर के अनुसार इमरान खान के अनुसार, इमरान खान ने कहा था कि यदि कांग्रेस भारत में अगली सरकार बनाती है तो दक्षिणपंथियों के डर से कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के साथ समझौता करने से डर सकती है।
इमरान खान के बयान के बाद कांग्रेस और वाम दल समेत विपक्षी दलों ने कहा पीएम मोदी को वोट देना पाकिस्तान को वोट देना है। कांग्रेस ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की टिप्पणी यह दर्शाती है कि पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक गठजोड़ है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा था, मोदीजी, पहले नवाज़ शरीफ़ से प्यार और अब इमरान खान आपका चहेता यार! ढोल की पोल खुल गयी है।
महबूबा ने भी पाकिस्तानी पीएम के बयान के बाद ट्वीट किया था, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की तरह ही मुफ्ती साहब भी यही मानते थे कि मोदी जिन्हें दक्षिणपंथियों का समर्थन मिला हुआ है, वाजपेयी की तरफ से शुरू की गई बातचीत की पेशकश को आगे बढ़ाएंगे। भाजपा और अन्य दक्षिणपंथी धड़ों के विरोध के कारण कांग्रेस ऐसा नहीं कर सकी। लेकिन विशाल जनादेश के बाद भी मोदी ने यह मौका गंवा दिया।