सहारनपुर: ईद की नमाज के बाद फिलिस्तीन का झंडा लहराने के आरोप में कई मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया गया

Written by sabrang india | Published on: April 1, 2025
इस फुटेज में मुस्लिम युवकों का एक समूह भारतीय और फिलिस्तीनी दोनों झंडे थामे हुए फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


फोटो साभार : मक्तूब

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में ईद की नमाज के बाद कथित तौर पर फिलिस्तीन का झंडा लहराने के आरोप में कई मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया गया। घंटाघर में हुई इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

मकतूब की रिपोर्ट के अनुसार, इस फुटेज में मुस्लिम युवकों का एक समूह भारतीय और फिलिस्तीनी दोनों झंडे थामे हुए फिलिस्तीन के समर्थन में नारे लगाते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सहारनपुर के एसपी सिटी व्योम बिंदल ने कहा कि सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में युवकों का एक समूह विदेशी झंडा लहराते और नारे लगाते हुए दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने घटना पर संज्ञान लिया है और आगे की कार्रवाई कर रहे हैं।

मकतूब ने जनक नगर में गिरफ्तार किए गए लोगों के परिवारों से बात की जिन्होंने दावा किया कि उनके बेटों का प्रदर्शन में कोई हाथ नहीं था और पुलिस ने उन्हें बिना किसी कारण के हिरासत में ले लिया।

हिरासत में लिए गए लोगों में 40 वर्षीय फलक भी शामिल है, जिसे उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उसकी मां अकबरी ने पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। उसने कहा, “दोपहर करीब 2 बजे 15 से 20 पुलिस अधिकारी हमारे घर में घुस आए, जहां केवल महिलाएं और बच्चे मौजूद थे। जब मैंने उनसे पूछा तो उन्होंने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया। वहां कोई महिला अधिकारी नहीं थी, न ही उनके पास वारंट था।”

उसने आगे बताया कि फ़लक नमाज पढ़कर लौटा ही था कि पुलिस उसे ले गई। परिवार ने सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराई जिसमें पुलिस अधिकारी उनके घर में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं।

एक अन्य गिरफ्तार युवक, 21 वर्षीय उज़ैफ़ को सोते समय उसके घर से ले जाया गया।

उसके पिता नसीम ने घटना के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “दोपहर करीब 1 बजे पुलिस अधिकारी आए और उसे जगाया, और वीडियो में दिख रहे लड़कों को पहचानने के लिए कहा। जब उसने उन्हें बताया कि वह किसी को नहीं पहचानता, तो वे उसे बिना कोई स्पष्टीकरण दिए ले गए।”

एक अन्य अभिभावक ने भी इसी तरह की बातें बताई। अभिभावक ने कहा, “पुलिस मेरे बेटे को ढूंढ़ने आई। जैसे ही मैंने उसे बुलाया, वे बिना कोई स्पष्टीकरण दिए उसे ले गए।”

परिवार के लोग बार-बार पुलिस स्टेशन जाकर जानकारी मांगते रहे, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। शाम को उन्हें बताया गया कि युवकों पर सीआरपीसी की धारा 151 के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें जाने के लिए कहा गया है। अभी तक पुलिस ने परिवारों या उनके वकीलों को एफआईआर की कॉपी नहीं दी है। 

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