कर्नाटक : नाबालिग लड़की के बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराने पर उंची जाति के लोगों ने परिवार का बहिष्कार किया

Written by sabrang india | Published on: September 14, 2024
पीड़िता के परिवार द्वारा बाल यौन अपराध निवारण अधिनियम यानी POCSO के के तहत पुलिस में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद उच्च जाति के लोग बेहद नाराज हो गए।


प्रतीकात्मक तस्वीर, साभार सोशल मीडिया

कर्नाटक के यादगीर जिले में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक दलित नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार की रिपोर्ट दर्ज कराने को लेकर दलित परिवार का बहिष्कार कर दिया गया।

रिपोर्ट के अनुसार पीड़िता के परिवार द्वारा बाल यौन अपराध निवारण अधिनियम यानी POCSO के के तहत पुलिस में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद उच्च जाति के लोग बेहद नाराज हो गए।

जिले के हुनासागी तालुक के पास एक गांव में ऊंची जाति के युवक ने कथित तौर पर नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार किया। 15 वर्षीय पीड़िता गर्भवती हो गई। परिवार को इस घटना के बारे में तब जानकारी हुई जब लड़की गर्भावस्था के पांचवें महीने में थी। इसके बाद परिवार ने 12 अगस्त को नारायणपुरा पुलिस स्टेशन में पुलिस शिकायत दर्ज कराई।

द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार ऊंची जाति के नेताओं ने सूचना भेजकर दलित परिवार से समझौता करने को कहा था। लेकिन दलित परिवार ने इसे स्वीकार नहीं किया और आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने पर जोर दिया।

पीड़ित परिवार द्वारा प्रस्ताव अस्वीकार करने के बाद उच्च जाति के स्थानीय नेताओं ने गांव के दुकानदारों को दलितों का बहिष्कार करने को कहा। दुकानदार अब दलित समुदाय को सामान नहीं देते हैं। यहां तक कि उनके बच्चों को कलम, नोटबुक और पेंसिल जैसी बुनियादी स्टेशनरी की चीज़ें बेचने से मना कर रहे हैं। दलित परिवारों को गांवों में दुकानों पर रोज़ाना का राशन नहीं मिलता और उन्हें दूर से राशन लाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार गांव के दलितों में इसको लेकर भय का माहौल है और उन्होंने अधिकारियों से मदद मांगी है। वहीं दलित संगठनों ने इस घटना पर चिंता जताई है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस और जिला प्रशासन समुदायों के बीच शांति बैठक आयोजित करने की कोशिश कर रहा है।

बता दें कि यादगीर कर्नाटक के सबसे पिछड़े जिलों में से एक है और अन्य क्षेत्रों की तुलना में इसके सोशल इंडेक्स चिंताजनक हैं।

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