पिछले 12 दिनों से बीपीएससी परीक्षा रद्द कर दोबारा कराने की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने बर्बर कार्रवाई करते हुए उन पर पानी की बौछारें की और बुरी तरह लाठियां भाजी। सोशल मीडिया एक्स पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है पुलिस किस तरह से छात्रों पर लाठियां बरसा रही है और पानी की बौछारें कर रही है।
बिहार की राजधानी पटना में BPSC के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन कई दिनों से जारी है। रविवार शाम को भी छात्र अपनी मांगों को लेकर जेपी गोलंबर चौक पर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों को पुलिस ने बर्बरतापूर्ण तरीके से कार्रवाई करते हुए वहां से हटा दिया है। वहीं पुलिस ने इन छात्रों को हटाने के लिए पहले लाठीचार्ज किया फिर बाद में उन पर कड़ाके की ठंड में वाटर कैनन से पानी छोड़े।
पिछले 12 दिनों से बीपीएससी परीक्षा रद्द कर दोबारा कराने की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने बर्बर कार्रवाई करते हुए उन पर पानी की बौछारें की और बुरी तरह लाठियां भाजी। सोशल मीडिया एक्स पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है पुलिस किस तरह से छात्रों पर लाठियां बरसा रही है और पानी की बौछारें कर रही है। सामने आए वीडियो में कई छात्र घायल दिख रहे है। एक छात्र पुलिस की लाठी के चोट के निशान दिखाते नजर आ रहा है।
बीपीएससी के खिलाफ बिहार के छात्रों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। गत 13 दिसंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने की मांग छात्र लगातार कर रहे हैं। वहीं आयोग छात्रों की इस मांग को सिरे से खारिज कर रहा है। इसी के मद्देनजर सोमवार यानी 30 दिसंबर को बिहार बंद और चक्का जाम का ऐलान किया गया है। दूसरी तरफ छात्रों के समर्थन में राजनीतिक पार्टियां भी आने लगी हैं।
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, पटना के जिलाधिकारी ने पूरे मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रदर्शन के दौरान हुई अव्यवस्था और कानून-व्यवस्था के उल्लंघन के कारण ये कार्रवाई की गई है। मामले की जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अभ्यर्थियों के हंगामा प्रदर्शन के मामले में प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रशांत किशोर पर आरोप है कि उन्होंने अभ्यर्थियों को उकसाया, उन्हें सड़क पर लाकर हंगामा करने के लिए प्रेरित किया। इसके चलते उनके खिलाफ कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। इस मामले में प्रशांत किशोर समेत 21 से अधिक नामजद और 600 से अधिक अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।
इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई
1. मनोज भारती (अध्यक्ष जन सुराज पार्टी)
2. रह्मांशु मिश्रा, कोचिंग संचालक
3. निखिल मणि तिवारी
4. सुभाष कुमार ठाकुर
5. शुभम स्नेहिल
6. प्रशांत किशोर (2) बाउंसर जो प्रशांत किशोर के साथ थे)
7. आनंद मिश्रा
8. राकेश कुमार मिश्रा
9. विष्णु कुमार
10. सुजीत कुमार (सुनामी कोचिंग) सहित कुल 21 नामजद और 600-700 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी पटना में रविवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अब पुलिस ने प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ गंभीर धाराओं में शिकायत दर्ज कर ली गई है। प्रशांत किशोर पर आरोप लगाया गया है। जिनमें अभ्यर्थियों को उकसाना, उन्हें सड़क पर लाकर हंगामा करने के लिए प्रेरित करना शामिल हैं। इसके चलते ही उनके खिलाफ गंभीर रूप से धाराएं लगाई गई हैं। अभी तक पूरे मामले में प्रशांत किशोर समेत 19 से अधिक नामजद और 600 से अधिक अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।
बता दें कि, पटना में बीते कई दिनों कई अभ्यर्थी बीपीएससी एग्जाम को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को वे सभी अभ्यर्थी गांधी मैदान में नीतीश सरकार से मुलाकात करने के लिए पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन बीच में पुलिस ने बैरिकेडिंग कर प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने की कोशिश की। हालांकि, अभ्यर्थी बैरिकेड्स तोड़कर आगे निकलने लगे। जिसके बाद पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास पानी की बौछारें शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया। अभ्यर्थी बीपीएससी परीक्षा के री-एग्जाम को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसको लेकर राज्य में सियासत जोर पकड़ लिया है। राज्य की लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सभी विपक्षी नेता छात्रों से मिलने के लिए धरनास्थल पर भी पहुंच रहे हैं। बीते दिनों में आरजेडी नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव भी छात्रों से मिलने पहुंचे थे।
पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि बीपीएससी के मुद्दे पर मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी पत्र लिखा मगर कोई जवाब नहीं मिला। सरकार नौजवानों की भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। पूरी परीक्षा रद्द होनी चाहिए। सरकार और बीपीएससी दबाव में है। मेरा नैतिक समर्थन बीपीएससी अभ्यर्थियों को है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “BPSC अभ्यर्थियों पर बिहार की NDA सरकार द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज व अमानवीय अत्याचार पेपर लीक और धांधली को छिपाने के लिए किया गया है। युवाओं पर तानाशाही का डंडा चलाकर उनके मनोबल को तोड़ने का प्रयास बेहद शर्मनाक व निंदनीय है। भाजपा वालों ने पूरे देश में पेपर लीक माफिया का जाल बिछा रखा है, जिससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। पिछले 7 सालों में 70 से अधिक पेपर लीक हुए हैं। BPSC परीक्षा में 3.28 लाख युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है। जब धांधली पकड़ी जाती हैं तो भाजपा निर्लज्जता से इंकार करती है या युवाओं पर लाठियाँ बरसाकर उनका मुँह बंद करवाना चाहती है।"
बिहार की राजधानी पटना में BPSC के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन कई दिनों से जारी है। रविवार शाम को भी छात्र अपनी मांगों को लेकर जेपी गोलंबर चौक पर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों को पुलिस ने बर्बरतापूर्ण तरीके से कार्रवाई करते हुए वहां से हटा दिया है। वहीं पुलिस ने इन छात्रों को हटाने के लिए पहले लाठीचार्ज किया फिर बाद में उन पर कड़ाके की ठंड में वाटर कैनन से पानी छोड़े।
पिछले 12 दिनों से बीपीएससी परीक्षा रद्द कर दोबारा कराने की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने बर्बर कार्रवाई करते हुए उन पर पानी की बौछारें की और बुरी तरह लाठियां भाजी। सोशल मीडिया एक्स पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है पुलिस किस तरह से छात्रों पर लाठियां बरसा रही है और पानी की बौछारें कर रही है। सामने आए वीडियो में कई छात्र घायल दिख रहे है। एक छात्र पुलिस की लाठी के चोट के निशान दिखाते नजर आ रहा है।
बीपीएससी के खिलाफ बिहार के छात्रों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। गत 13 दिसंबर को हुई परीक्षा को रद्द करने की मांग छात्र लगातार कर रहे हैं। वहीं आयोग छात्रों की इस मांग को सिरे से खारिज कर रहा है। इसी के मद्देनजर सोमवार यानी 30 दिसंबर को बिहार बंद और चक्का जाम का ऐलान किया गया है। दूसरी तरफ छात्रों के समर्थन में राजनीतिक पार्टियां भी आने लगी हैं।
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, पटना के जिलाधिकारी ने पूरे मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि प्रदर्शन के दौरान हुई अव्यवस्था और कानून-व्यवस्था के उल्लंघन के कारण ये कार्रवाई की गई है। मामले की जांच जारी है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अभ्यर्थियों के हंगामा प्रदर्शन के मामले में प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। प्रशांत किशोर पर आरोप है कि उन्होंने अभ्यर्थियों को उकसाया, उन्हें सड़क पर लाकर हंगामा करने के लिए प्रेरित किया। इसके चलते उनके खिलाफ कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। इस मामले में प्रशांत किशोर समेत 21 से अधिक नामजद और 600 से अधिक अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।
इन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई
1. मनोज भारती (अध्यक्ष जन सुराज पार्टी)
2. रह्मांशु मिश्रा, कोचिंग संचालक
3. निखिल मणि तिवारी
4. सुभाष कुमार ठाकुर
5. शुभम स्नेहिल
6. प्रशांत किशोर (2) बाउंसर जो प्रशांत किशोर के साथ थे)
7. आनंद मिश्रा
8. राकेश कुमार मिश्रा
9. विष्णु कुमार
10. सुजीत कुमार (सुनामी कोचिंग) सहित कुल 21 नामजद और 600-700 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी पटना में रविवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अब पुलिस ने प्रशांत किशोर और उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ गंभीर धाराओं में शिकायत दर्ज कर ली गई है। प्रशांत किशोर पर आरोप लगाया गया है। जिनमें अभ्यर्थियों को उकसाना, उन्हें सड़क पर लाकर हंगामा करने के लिए प्रेरित करना शामिल हैं। इसके चलते ही उनके खिलाफ गंभीर रूप से धाराएं लगाई गई हैं। अभी तक पूरे मामले में प्रशांत किशोर समेत 19 से अधिक नामजद और 600 से अधिक अज्ञात लोगों को अभियुक्त बनाया गया है।
बता दें कि, पटना में बीते कई दिनों कई अभ्यर्थी बीपीएससी एग्जाम को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रविवार को वे सभी अभ्यर्थी गांधी मैदान में नीतीश सरकार से मुलाकात करने के लिए पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन बीच में पुलिस ने बैरिकेडिंग कर प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने की कोशिश की। हालांकि, अभ्यर्थी बैरिकेड्स तोड़कर आगे निकलने लगे। जिसके बाद पुलिस ने जेपी गोलंबर के पास पानी की बौछारें शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया। अभ्यर्थी बीपीएससी परीक्षा के री-एग्जाम को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
इसको लेकर राज्य में सियासत जोर पकड़ लिया है। राज्य की लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सभी विपक्षी नेता छात्रों से मिलने के लिए धरनास्थल पर भी पहुंच रहे हैं। बीते दिनों में आरजेडी नेता और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव भी छात्रों से मिलने पहुंचे थे।
पूर्व डिप्टी सीएम और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने फेसबुक पर वीडियो शेयर करते हुए कहा कि बीपीएससी के मुद्दे पर मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी पत्र लिखा मगर कोई जवाब नहीं मिला। सरकार नौजवानों की भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। पूरी परीक्षा रद्द होनी चाहिए। सरकार और बीपीएससी दबाव में है। मेरा नैतिक समर्थन बीपीएससी अभ्यर्थियों को है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “BPSC अभ्यर्थियों पर बिहार की NDA सरकार द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज व अमानवीय अत्याचार पेपर लीक और धांधली को छिपाने के लिए किया गया है। युवाओं पर तानाशाही का डंडा चलाकर उनके मनोबल को तोड़ने का प्रयास बेहद शर्मनाक व निंदनीय है। भाजपा वालों ने पूरे देश में पेपर लीक माफिया का जाल बिछा रखा है, जिससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। पिछले 7 सालों में 70 से अधिक पेपर लीक हुए हैं। BPSC परीक्षा में 3.28 लाख युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है। जब धांधली पकड़ी जाती हैं तो भाजपा निर्लज्जता से इंकार करती है या युवाओं पर लाठियाँ बरसाकर उनका मुँह बंद करवाना चाहती है।"