पंजाब में जहरीली शराब के सेवन से चौबीस घंटे के भीतर 86 लोगों की मौत

Written by sabrang india | Published on: August 2, 2020
चंडीगढ़। पंजाब में जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 86 हो गई है। करीब चौबीस घंटे पहले ही खबर सामने आई थी कि 21 लोगों की मौत हुई है। अकेले तरन तारन जिले में ही 40 लोगों की की मौत हो गई है। वहीं अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 9 लोगों की मौत हुई है। इस मामले में तरन तारन के एसएसपी ने दो थाना प्रभारी और एक डीएसपी को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि इन अधिकारियों के नशे के सौदागरों के साथ क्या लिंक हैं?



उपायुक्त कुलवंत सिंह ने शनिवार को बताया था, ''तरन तारन में मृतकों की संख्या 42 हो गई है। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा मौतें जिले के सदर और शहरी इलाकों में हुई हैं। इस घटना के तहत तरन तारन के अलावा बुधवार रात से अभी तक अमृतसर में 11 और बटाला के गुरदासपुर में 9 लोगों मौत होने की सूचना है।''

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहले ही इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। इसके लिए SIT भी बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी। पंजाब सरकार दावा कर रही है कि जहरीली शराब बनाने और सप्लाई करने वाले दोषियों को जल्द ही गिरफ्त में ले लिया जाएगा।

इस पूरे मामले में पंजाब के बॉर्डर रेंज के डीआईजी हरदयाल सिंह मान ने दावा किया है कि जल्द ही आरोपी सलाखों के पीछे होंगे। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार तमाम इलाकों में छापेमारी की जा रही है।

वहीं इस पूरे मामले में पंजाब के तरन तारन के शराब व्यापारियों का आरोप है कि पूरे इलाके में अवैध शराब का धंधा खुलेआम चलता है और इसी वजह से ये नकली शराब लगातार गांव में सप्लाई हो रही थी। जिसमें कई लोगों की जान चली गई। पुलिस प्रशासन अवैध शराब बनाने और उसके सप्लाई करने के कारोबार पर नकेल नहीं कस पा रही है।

तरन तारन के गांव की हालत यह है कि लोग एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर गांव वापस लौटते हैं, तब तक दो-तीन मौतें और हो जाती हैं। कई गांव में तो पिछले 36 घंटों में चूल्हा तक नहीं जला है।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई पीड़ितों के परिजन बयान दर्ज कराने के लिए सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन पुलिस उन्हें सहयोग करने के लिए प्रेरित कर रही है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ''ज्यादातर परिवार सामने नहीं आ रहे हैं और वे कार्रवाई नहीं करना चाहते हैं। कुछ तो पोस्टमॉर्टम भी नहीं करने दे रहे हैं।''

तरन तारन के उपायुक्त कुलवंत सिंह ने कहा कि कुछ परिवारों ने तो पुलिस को सूचना दिए बगैर ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने अभी तक इस मामले में अमृतसर और बटाला में 8 लोगों और तरनतारन से 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।

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