EC से मिले 22 विपक्षी दल, कहा- वीवीपैट का मिलान वोटों की गिनती से पहले हो

Written by sabrang india | Published on: May 21, 2019
नई दिल्ली। एग्जिट पोल के नतीजों में एनडीए की सरकार बनते देख 20 विपक्षी दलों ने आज चुनाव आयोग से मुलाकात की। अपनी अनौपचारिक बैठक स्थगित कर चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में सभी विपक्षी दलों ने आयोग के सामने अपना मत रखा। इस बैठक में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी भी हिस्सा लेने वाले थे परंतु उन्होंने ऐन मौके पर अपना दिल्ली दौरा रद्द कर दिया है।

बता दें कि चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में विपक्ष ईवीएम के वोट और 50% वीवीपैट की पर्चियों के मिलान की मांग कर सकता है। साथ ही किसी भी मतदान केंद्र पर थोड़ी भी गड़बड़ी होने पर पूरे विधानसभा क्षेत्र में ईवीएम के साथ वीवीपैट का मिलान करने की मांग विपक्ष की ओर से की सकती है।

चंद्रबाबू नायडू और काँग्रेस नेता शरद पवार ने अपने स्तर से विपक्षी दलों को एकजुट करके यूपीए के पक्ष में लाने की कवायद अपने हाथ में ली है। चंद्रबाबू नायडू चंद्रबाबू नायडू ने सीताराम येचुरी, डी. राजा, शरद पवार, मायावती और अखिलेश यादव और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से भेंट कर महागठबंधन की रणनीति पर चर्चा की है। साथ ही वहीं शरद पवार ने वाईएसआरसीपी के जगनमोहन रेड्डी और नवीन पटनायक से बात की है। खबरों के अनुसार आंध्र में जगमोहन रेड्डी के लोकसभा और विधानसभा में श्रेष्ठ प्रदर्शन की संभावना जताई जा रही है।  

सभी तरफ विपक्ष की एकता देखने को मिल रही है। यह बात और है कि सपा-बसपा गठबंधन ने विपक्ष की एकता को अपना सहयोग देने की बात कही है। परंतु अब तक गठबंधन की भूमिका पर अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। साथ ही विपक्ष की एकता को झटका देते हुए दिल्ली आ रही बसपा सुप्रीमो मायावती ने अचानक अपना कार्यक्रम बदल दिया। अब वह 23 मई को नतीजे आने के बाद वापस लौटेंगी।

सूत्रों की माने तो विपक्षी दलों का मानना है कि अगर 23 मई को नतीजों के बाद करीबी स्थिति बनती है तो यूपीए समेत तीसरे मोर्चे की संभावना पर विचार किया जा सकता है। इसे लेकर केसीआर भी पूरी तरह से सक्रिय हैं। इसके साथ ही अब गठबंधन छोटे दलों को भी अपने साथ करना चाहता है। इस क्रम में आंध्र में जनसेना पार्टी के पवन कल्याण को साधने की भी जुगत की जा रही है।

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