इतिहास

May 18, 2019
वाराणसी उर्फ बनारस उर्फ काशी को अध्यात्म की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। काशी में मंदिर-मस्जिद सभी को समान नजर से देखा जाता है यही इस शहर की खासियत है। सबरंग इंडिया ने राजघाट पर गंगा किनारे बने रविदास मंदिर के आसपास रहने वाले लोगों से बात की। यहां के लोगों की आस्था से लेकर जीविका के संसाधनों तक पर जानकारी ली। सफेद संगमरमर से निर्मित इस मंदिर का गुम्बद सुनहरे रंग का है जो देखने में बेहद खूबसूरत...
May 15, 2019
नथूराम गोडसे. यही सही और असली नाम है, नाथू राम गोडसे का. वैसे उनके बचपन का नाम “रामचन्द्र” था. संयोग देखिए, बापू के अंतिम शब्द भी “हे राम” थे. अब गोडसे भारत के पहले हिन्दू आतंकी थे या नहीं या कि वे आतंकी थे या कि सिर्फ एक हत्यारे, इस पर अंतहीन बहस हो रही है, हो सकती है. इससे थोडा अलग बात करते है. वैसे मेरी व्यक्तिगत मान्यता है कि एक विचार को हिंसक तरीके से पराजित करने की...
May 2, 2019
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। वाघेला ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमला बीजेपी की साजिश थी, जैसे गोधरा कांड हुआ था। वाघेला ने कहा कि ''पुलवामा आतंकी हमले में आरडीएक्स ले जाने के लिए जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया गया था, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर गुजरात का था''.  एनसीपी नेता ने आगे कहा, 'गोधरा कांड भी...
April 16, 2019
नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी के 2014 में सत्ता में आने के बाद वैचारिक हमले तेज कर दिए हैं। शिक्षा, नौकरी व देश से भाग रहे उद्योगपतियों को रोकने में नाकाम रही मोदी सरकार ने लोगों को आँबेडकर जैसे महापुरुष की किताबों की छपाई भी बंद करा दी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, संविधान निर्माता भीमराव आंबेडकर पर आधारित अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित ‘कलेक्टेड वर्क्स ऑफ बाबासाहेब डॉक्टर आंबेडकर’ का प्रकाशन रुक...
April 16, 2019
विश्व इतिहास की पहली साम्राज्यवादी शक्ति अंग्रेज नहीं थे। इतिहास साम्राज्यों की दास्तानों से भरा पड़ा है। हम सब पुर्तगाली, रोमन, फ्रांसीसी, उस्मानियाई, जर्मन इत्यादि साम्राज्यों की रक्त रंजित दास्तानों से बखूबी परिचित हैं, लेकिन यह भी सत्य है कि अंग्रेजी साम्राज्य एक विशिष्ट स्थान रखता है। यह साम्राज्य ज्यादा व्यापक स्थायी और निरंतरता लिये था। अंग्रेज़ी साम्राज्य के ज्यादा टिकाऊ होने का सबसे बड़ा...
March 8, 2019
मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त, जूलियो रिबेरो ने द इंडियन एक्सप्रेस में मार्च को एक टिप्पणी में लिखा है कि "फर्जी खबर सही है:" बीजेपी द्वारा लगातार लंबे दावे सरकार की सकारात्मकता से अलग होते हैं"। कुछ दिनों पहले उनके नाम से एक उद्धरण वायरल हो रहा था जिसे हमने भी प्रकाशित किया था। इस उद्धरण के सभी आंकड़ों को सत्यापित किया गया था, सिर्फ यह तथ्य वैरिफाई नहीं था कि सारी बातें रिबेरो ने...
February 6, 2019
साल 1987 में पहली बार किसी गैर-भारतीय को भारत सरकार ने ‘भारत रत्न’ से नवाज़ा। भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त करने वाले यह शख़्स थे ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान, जिन्हें बाचा ख़ान और सीमांत गांधी के नाम से भी जाना जाता है। बाचा ख़ान पाकिस्तानी नागरिक थे लेकिन भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा क्योंकि वे इसके हकदार थे। बाचा खान दस्तावेजों में भले ही गैर-हिंदुस्तानी...
February 2, 2019
क्या आपको मालूम है कि गाँधीजी को मारने की पांच कोशिशें विफल हुईं लेकिन छठा हमला सफल हुआ। उन्हें मारने की पहली कोशिश 1934 में हुई थी। तो कौन था जिसे गांधीजी से इतने गिले शिक़वे थे ? किसकी संकीर्ण, खूनी विचारधारा में गांधीजी जैसे महानुभाव की कोई जगह नहीं थी।  और वो कौन है जो अब इतिहास को बदल कर अपने किये को हमेशा के लिए मिटाना चाहते हैं। इन छह हमलों में से तीन में नाथूराम गोडसे मौके पर मौजूद...
January 31, 2019
आज गांधी की पुण्य तिथि पर एक पार्टी का पोस्टर देखा, जिसमें लिखा था- अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाले गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि। मैं सोचता हूँ, क्या गांधी सिर्फ  देश को आजाद कराने में दिए गए योगदान के लिए ही जाने जाते हैं ?  मैंने कई नेताओं को कहते सुना है- देश की आज़ादी में गांधी जी का योगदान महत्वपूर्ण था।  यह बात ठीक है पर बहुत ही अपूर्ण है। याद आता है वह समय जब...
January 30, 2019
नई दिल्ली। महात्मा गांधी को 71वीं पुण्यतिथि पर सभी ने याद किया तो वहीं हिंदू महासभा ने राष्ट्रपिता के हत्यारे का महिमामंडन कर एक बार फिर से बापू पर गोली चलाई। यह पहला मौका नहीं है जब हिंदू महासभा ने गांधी के प्रति अपने मन का जहर उजागर किया हो। गांधी जी के जीवनकाल में उनपर कई आत्मघाती हमले हुए। महात्मा गांधी की हत्या के अधिकांश प्रयास विफल हुए और आखिर में 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने...