यह देश फासीवाद की ओर है सर...लोकसभा टीवी कह रहा है कि हिन्दू हित ही देशहित है...
जब विपक्ष कमज़ोर होता है, तो संसद की गरिमा भी खतरे में आती है। ये लोकसभा टीवी है, जो आरएसएस का गुणगान कर रहा है, उसे अहिंसक संगठन बता रहा है।
हेडगेवार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बता रहा है। सिर्फ एक तरफ के लोगों की बाइट चल रही है।
कम्युनल शब्द का मतलब बताया जा रहा है। सेक्युलर शब्द का मतलब बताया जा रहा है।
लोकसभा टीवी का इस्तेमाल आरएसएस के प्रचार में हो रहा है, और कहा जा रहा है कि
आरएसएस राजनैतिक संगठन नहीं है। एक संघी बता रहा है कि आरएसएस की स्थापना देश की आज़ादी के लिए हुई थी, मज़े की बात ये है कि गोलवलकर तक ये नहीं कहते थे। गांधी को भी गलत कोट किया जा रहा है। देश में हिन्दू संगठन का अभाव था, इसलिए राष्ट्रीय चरित्र का अभाव था।