MP: दलित दुल्हन की बिंदोली रोकने पर हंगामा, 5 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

Written by sabrang india | Published on: November 26, 2025
आरोपियों द्वारा बिंदोली रोकने पर पुलिस की मौजूदगी में रस्म पूरी की गई।



मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के लखमाखेड़ी गांव में सामाजिक भेदभाव का एक चिंताजनक मामला सामने आया। यहां एक दलित परिवार के शादी समारोह में बाधा डालने का प्रयास किया गया। शादी के दौरान दुल्हन की बिंदोली को कुछ गांववालों ने रोकने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप करते हुए मौके पर रहकर रस्म को पूरा कराया और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की।

द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, घटना सोमवार रात की है। लखमाखेड़ी गांव के निवासी सुरेश कटारिया, जो सब्जी का व्यवसाय करते हैं, अपनी बड़ी बेटी की शादी की रस्में निभा रहे थे। बेटी का विवाह 26 नवंबर को होना है। इसी सिलसिले में सोमवार रात करीब 9:30 बजे दुल्हन की बिंदोली निकाली जा रही थी।

दुल्हन के पिता, सुरेश कटारिया के अनुसार, जब जुलूस गांव में राजपूत समाज के घरों के पास पहुंचा तो वहां मौजूद कुछ लोगों ने उसे रोक लिया। उनका आरोप है कि इन लोगों ने धमकी देते हुए कहा, "तुम्हारी बिंदोली इस गांव से नहीं गुजरेगी।"

जातिसूचक शब्दों और अभद्रता का आरोप

पीड़ित परिवार के अनुसार, जब बिंदोली बापू सिंह के घर के सामने पहुंची तो बापू सिंह और बद्री सिंह बाहर आए और जुलूस को लेकर बहस करने लगे। इसी दौरान कुशाल सिंह, कुलदीप सिंह और गोविंद सिंह भाणेज भी वहां पहुंच गए। आरोप है कि इन लोगों ने दलित परिवार के खिलाफ आपत्तिजनक जातिसूचक टिप्पणियां करते हुए गाली-गलौज की और रास्ता रोक दिया।

पुलिस की निगरानी में निकली बिंदोली

मामले की जानकारी मिलते ही बड़ावदा थाना प्रभारी स्वराज डाबी पुलिस बल के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को संभाला और पुलिस सुरक्षा में बिंदोली की रस्म शांतिपूर्वक संपन्न कराई।

पांच लोगों पर मामला दर्ज

पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। सभी आरोपी लखमाखेड़ी गांव के निवासी बताए जाते हैं। इनमें बापू सिंह (पिता पर्वत सिंह सोंधिया), बद्री सिंह (पिता भेरू सिंह), कुशाल सिंह (पिता चंदर सिंह), कुलदीप सिंह (पिता लाल सिंह) और गोविंद सिंह भाणेज शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 176 और एससी-एसटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।

भीम आर्मी ने सख्त कार्रवाई की मांग की

घटना के बाद भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी ने कड़ा विरोध दर्ज किया है। आजाद समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील अस्तेय और जिला अध्यक्ष गोपाल वाघेला ने प्रशासन से आरोपियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

सुनील अस्तेय ने एक वीडियो जारी करते हुए मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की अपील की। उन्होंने कहा: “रतलाम के ग्राम लखमाखेड़ी थाना बड़ावदा में दलित बहन की बिंदोली रोकना सिर्फ बदतमीजी नहीं—यह मनुवादी गुंडागर्दी है! जो लोग सोचते हैं कि दलित की बेटी की बिंदोली रोकी जा सकती है—उनकी यह सोच कुचल दी जाएगी। बेटियों की इज़्ज़त रोकने वालों की जगह समाज में नहीं, जेल में है। आरोपियों की तुरंत पहचान कर कार्रवाई की जाए, वरना सड़क पर आंदोलन होगा।”

उन्होंने बताया कि भीम आर्मी की टीम गांव पहुंच चुकी है और परिवार तथा दुल्हन के साथ सुरक्षा में खड़ी है।

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