झारखंड: सेप्टिक टैंक हादसे में 4 लोगों की मौत, जहरीली गैस की चपेट में आए मजदूर

Written by sabrang india | Published on: August 16, 2025
मजदूर सेटलिंग चैंबर खोलने में लगे थे, तभी यह दुखद हादसा हुआ। मौत के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए खून के नमूने इकट्ठा किए गए हैं। 


झारखंड के गढ़वा जिले मुख्यालय के पास नवादा गांव में शुक्रवार सुबह एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें तीन भाइयों समेत चार लोगों की मौत हो गई। यह दुर्घटना तब हुई जब वे सेप्टिक टैंक के सेटलिंग चैंबर को खोल रहे थे। चारों व्यक्ति एक के बाद एक टैंक के अंदर गए और दम घुटने से उनकी मौत हो गई। 

द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना ने पूरे इलाके को शोक और सदमे में डाल दिया है। मृतकों की पहचान नवादा गांव निवासी मोती चौधरी के तीन बेटों के रूप में हुई है, जिनके नाम राजू शेखर चौधरी (55), अजय चौधरी (50), चंद्र शेखर चौधरी (42) हैं, साथ ही एक अन्य गांववासी माल्टू राम भी इस दुखद हादसे में मौत हो गई। 

चश्मदीद लोगों के अनुसार, राजू शेखर चौधरी का घर निर्माणाधीन था और नया सेप्टिक टैंक बनाया गया था। हादसे के समय मजदूर सेटलिंग चैंबर खोलने के काम में लगे थे तभी यह दुखद घटना घट गई। 

माल्टू राम सबसे पहले सेप्टिक टैंक में उतरे, काफी देर तक बाहर नहीं निकले। जब वह नहीं लौटे, तो राजू शेखर चौधरी उन्हें देखने के लिए अंदर गए, लेकिन वह भी वापस नहीं आए। इसके बाद अजय चौधरी और चंद्रशेखर चौधरी एक-एक कर टैंक में उतरे, लेकिन चारों अंदर ही फंस गए और बाहर नहीं निकल सके। 

पास में खड़े ग्रामीणों को उस समय अनहोनी का एहसास हुआ जब चारों में से कोई भी बाहर नहीं निकले। उन्होंने शोर मचाया और कड़ी मशक्कत के बाद चारों को बाहर निकाला। उन्हें तुरंत गढ़वा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

सूचना मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) संजय कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) नीरज कुमार तथा गढ़वा थाना प्रभारी बृज कुमार पुलिस टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और मामले की जांच शुरू की। बाद में सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। 

अधिकारियों को आशंका है कि इन मौतों का कारण सेप्टिक टैंक के अंदर मौजूद जहरीली गैस से दम घुटना हो सकता है। इस घटना ने नवादा गांव और गढ़वा शहर को शोक में डुबा दिया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और पूरे गांव में शोक और नाराजगी है। 

गढ़वा सदर अस्पताल की उपाधीक्षक डॉ. मेहरून यामिनी ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मौत के वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए खून और अंगों के नमूने इकट्ठा किए गए हैं। 

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