उत्तर प्रदेश उपचुनाव : मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोकने का आरोप, शिकायत के बाद 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड

Written by sabrang india | Published on: November 21, 2024
आरोप है कि कुछ जगहों पर मतदाता पहचान पत्र होने के बावजूद मुस्लिम मतदाताओं को मतदान करने से रोका गया। किसी मतदान केंद्र पर पुलिस ने उनके दस्तावेज की जांच की और उन्हें वोट डालने से रोका तो कहीं मतदान केंद्र में गैर जरूरी लोगों की कथित मौजूदगी से मतदाता को परेशानी उठानी पड़ी।



उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव छिटपुट घटनाओं के बीच बुधवार को समाप्त हो गया। इस बीच आरोप है कि कुछ जगहों पर मतदाता पहचान पत्र होने के बावजूद मुस्लिम मतदाताओं को मतदान करने से रोका गया। किसी मतदान केंद्र पर पुलिस ने उनके दस्तावेज की जांच की और उन्हें वोट डालने से रोका तो कहीं मतदान केंद्र में गैर जरूरी लोगों की कथित मौजूदगी से मतदाता को परेशानी उठानी पड़ी।

हिंदुत्व वाच की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर के ककरौली में पुलिस ने वोट देने के लिए अपने इलाके से बाहर निकलने की कोशिश कर रही मुस्लिम महिलाओं को गोली मारने की धमकी दी। आवश्यक दस्तावेज होने के बावजूद कथित तौर पर मुस्लिम महिलाओं को मतदान केंद्र में जाने से रोक दिया गया। मतदान के अधिकार से वंचित किए जाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ जिसके बाद झड़प हुई। भीड़ को तितर-बितर करने के दौरान पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने पर पथराव की खबर है।

वहीं उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद के कुंदरकी में पुलिस ने बिना अनुमति के ज्यादातर मुस्लिम मतदाताओं की पर्चियों की जांच की और केवल भाजपा द्वारा दिए गए पर्चियों को ही प्रवेश की अनुमति दी। पूरे निर्वाचन क्षेत्र में कई मतदाताओं ने आरोप लगाया कि उनके पास दस्तावेज होने के बावजूद उन्हें प्रवेश से वंचित कर दिया गया। एक मतदाता ने आरोप लगाया कि बूथ के अंदर एक भाजपा सदस्य ने जांच की कि वह व्यक्ति किसके लिए मतदान कर रहा है।

राज्य के अंबेडकरनगर के कटेहारी निर्वाचन क्षेत्र के मुस्लिम बहुल इलाकों में, पुलिस ने कथित तौर पर मतदाताओं को मतदान करने के लिए अपने इलाकों से बाहर जाने से रोक दिया और उन्हें बाद में जाने के लिए कहा।

इस बीच समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, “समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आज मतदाताओं ने विधानसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी इंडिया गठबंधन के पक्ष में जमकर मतदान किया। मतदान के दिन भाजपा ने जिस तरह से शासन-प्रशासन का दुरुपयोग किया है वह लोकतंत्र का उपहास है। भाजपा ने हर साजिश और षड्यंत्र कर चुनाव को प्रभावित करने का दुष्प्रयास किया तदपि मतदाताओं ने भाजपा को हराने और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने का मन बना लिया था…”


राज्य में उपचुनाव के दिन समाजवादी पार्टी ने एक्स प्लेटफॉर्म कई वीडियो पोस्ट किए जिसमें मतदाताओं को मतदान करने से रोकने और बूथ के अंदर भाजपा के लोगों की मौजूदगी का कथित तौर पर आरोप लगाया।

एक वीडियो शेयर करते हुए पार्टी ने लिखा, “मैनपुरी की करहल विधानसभा के घिरोर में बूथ संख्या 345 पर भाजपा के लोगों द्वारा बूथ में जबरदस्ती घुसकर किया गया फर्जी मतदान। संज्ञान ले चुनाव आयोग, निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित हो।”


एक अन्य वीडियो शेयर करते हुए सपा ने लिखा, “मुजफ्फरनगर की मीरापुर विधानसभा के ककरौली में पुलिस द्वारा मतदाताओं को हाथ में पिस्टल लेकर धमकाया जा रहा, मतदान से रोका जा रहा। लोकतंत्र की सरेआम हो रही हत्या। संज्ञान ले चुनाव आयोग, निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित हो।”



वहीं कांग्रेस ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, "ये यूपी के उपचुनाव का वीडियो है। एक पुलिसवाला मतदाताओं को खुलेआम पिस्टल दिखाकर धमका रहा है। क्या देश का चुनाव आयोग ये वीडियो देख रहा है? क्या अब देश में पुलिस के बल पर चुनाव होंगे?”



राज्य की 9 सीटों पर उपचुनाव के दौरान पुलिसकर्मियों के खिलाफ मिली शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने एक्शन लेते हुए 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। टीवी9 भारतवर्ष की रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर के सीसामऊ विधानसभा के वीडियो पर संज्ञान लेते हुए दो सब इंस्पेटर सस्पेंड हुए हैं। वहीं, मुजफ्फरनगर में 2 दारोगा नप गए हैं। इसके अलावा एसएसपी मुरादाबाद ने शिकायत मिलने पर कुंदरकी में एक सब इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों को ड्यूटी से हटाया है। तीनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कानपुर नगर पुलिस कमिश्नरेट ने ट्वीट कर कहा कि ट्वीट का संज्ञान लिया गया है। संबंधित उपनिरीक्षकगण को निलंबित कर दिया गया है।

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