लोकसभा चुनाव 2019 से पहले फेसबुक ने BJP का विरोध करने वाले 44 पेजों को किया था बंद- रिपोर्ट

Written by sabrang india | Published on: September 1, 2020
नई दिल्ली। सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर नियंत्रण के मामले में भारतीय जनता पार्टी सवालों के बीच घिरते जा रही है। हाल ही में फेसबुक इंडिया, व्हट्सएप और भाजपा के बीच सांठ-गांठ का मामला चर्चाओं में है, वहीं इस बीच खबर है कि भाजपा के कहने पर 2019 के आम चुनाव से पहले पेसबुक ने भाजपा की आलोचना करने वाले 44 पेजों को बंद किया था। 



इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी ने आम चुनाव 2019 से पहले फेसबुक को 44 फेसबुक पेजेज की एक लिस्ट दी थी और इन्हें बंद करने की मांग की थी। खबर है कि इस सूची में वैसे फेसबुक पेजेज शामिल थे, जो बीजेपी का विरोध कर रहे थे। भाजपा का कहना था कि ये फेसबुक पेज तथ्यहीन पोस्ट डाल रहे थे और गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे थे। खबर है कि भाजपा के कहने पर फेसबुक ने इनमें से 14 पेजेज को बंद कर दिया। इनमें भीम आर्मी का ऑफिसियल अकाउंट, वी हेट बीजेपी पेज, कांग्रेस समर्थित अनऑफिसियल पेज, जर्नलिस्ट रवीश कुमार और विनोद दुआ के समर्थन वाले पेज और द ट्रुथ ऑफ गुजरात जैसे फेसबुक पेज शामिल हैं।

जानकारी मिली है कि भाजपा के कहने पर फेसबुक ने ना सिर्फ कुछ पेजों को बंद किया, बल्कि कई को फिर से चालू भी किया। ऐसे 17 फेसबुव पेजेज को फिर से शुरू करने की बात सामने आ रही है। साथ ही चौपाल और ओपइंडिया नाम की दो न्यूज वेबसाइट्स को मोनेटाइज करने को भी कहा गया। उल्लेखनीय है कि बीजेपी की अपील पर फेसबुक ने उन 17 पेजेज को फिर से शुरू किया और दलील दी कि ये 17 पेज गलती से हटा दिये गये थे।

इधर कांग्रेस ने अमेरिका के एक अखबार की ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए सोमवार को भाजपा एवं फेसबुक के सांठगांठ का आरोप एक बार फिर लगाया और कहा कि विदेशी सोशल नेटवर्किंग कंपनी का कृत्य ‘डिजिटल साम्राज्यवाद’ है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह भी कहा कि फेसबुक इंडिया से जुड़े लोगों की जांच होने तक इस कंपनी के लंबित प्रस्तावों को मंजूरी नहीं मिलनी चाहिए। कांग्रेस के आरोपों पर फेसबुक और भाजपा की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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