नई दिल्ली। कोरोना महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था को तगड़ा नुकसान होने के साथ ही अब इसका असर पूरी तरह से दिखने लगा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बिजनेस में घाटा होने पर एक बिजनेसमैन ने अपनी ही सुपारी दे दी। बिजनेसमैन की लाश 10 जून को दिल्ली के रणहौला इलाके में एक पेड़ से लटकी हुई मिली थी जिसके बात यह मौत एक मिस्ट्री बन गई थी लेकिन अब पुलिस ने इस मिस्ट्री को सुलझाने का दावा किया है।

जनसत्ता डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईपी एक्सटेंशन इलाके में रहने वाले गौरव बंसल की पत्नी शानू बंसल ने आनंद विहार थाने में दर्ज अपनी शिकायत में कहा था कि उनके पति 9 जून से ही गायब हैं। पुलिस को बताया गया था गौरव बंसल 9 जून को दुकान गए थे लेकिन वापस घर लौट कर नहीं आए थे।
गौरव कारोबार में घाटे के कारण डिप्रेशन में थे और उनका इलाज भी हुआ था। बताया जा रहा है कि गौरव ने फरवरी 2020 में 6 लाख का पर्सनल लोन लिया था। इसके बाद उनके क्रेडिट कार्ड से उनकी बिना जानकारी के 3.50 लाख की पेमेंट भी हुई थी। अपने साथ हुई लाखों रुपए की ठगी से गौरव टूट गए थे। बता दें कि गौरव बंसल की कड़कड़डूमा इलाके में परचून की बड़ी दुकान थी।
पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि गायब होने के पहले गौरव ने अपने फोन से एक नाबालिग से संपर्क किया और खुद की हत्या की सुपारी दे डाली। प्लान के मुताबिक गौरव अपनी कार घर में रख किसी और साधन से रणहौला पहुंचे थे जहां उनकी हत्या की गई थी। रास्ते में उन्होंने अपने हत्यारों को अपनी तस्वीर व्हाट्सऐप के जरिए भेजी थी।
पुलिस की मानें तो गौरव ने चार बदमाशों को मर्डर की सुपारी दी थी जिसमे एक नाबालिग भी है। इस राज का पता उनके मोबाइल फोन से चला। पुलिस ने गौरव के मोबाइल फोन के जरिए उन लोगों की लिस्ट बनाई जिनसे हत्या के पहले उनकी बातचीत हुई थी। इसके अलावा पुलिस ने उनके सोशल मीडिया को भी खंगाला था। दिल्ली पुलिस ने तफ्तीश के बाद एक नाबालिग समेत सभी 4 आरोपियों मनोज, सूरज और सुमित को गिरफ्तार कर लिया है।

जनसत्ता डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईपी एक्सटेंशन इलाके में रहने वाले गौरव बंसल की पत्नी शानू बंसल ने आनंद विहार थाने में दर्ज अपनी शिकायत में कहा था कि उनके पति 9 जून से ही गायब हैं। पुलिस को बताया गया था गौरव बंसल 9 जून को दुकान गए थे लेकिन वापस घर लौट कर नहीं आए थे।
गौरव कारोबार में घाटे के कारण डिप्रेशन में थे और उनका इलाज भी हुआ था। बताया जा रहा है कि गौरव ने फरवरी 2020 में 6 लाख का पर्सनल लोन लिया था। इसके बाद उनके क्रेडिट कार्ड से उनकी बिना जानकारी के 3.50 लाख की पेमेंट भी हुई थी। अपने साथ हुई लाखों रुपए की ठगी से गौरव टूट गए थे। बता दें कि गौरव बंसल की कड़कड़डूमा इलाके में परचून की बड़ी दुकान थी।
पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि गायब होने के पहले गौरव ने अपने फोन से एक नाबालिग से संपर्क किया और खुद की हत्या की सुपारी दे डाली। प्लान के मुताबिक गौरव अपनी कार घर में रख किसी और साधन से रणहौला पहुंचे थे जहां उनकी हत्या की गई थी। रास्ते में उन्होंने अपने हत्यारों को अपनी तस्वीर व्हाट्सऐप के जरिए भेजी थी।
पुलिस की मानें तो गौरव ने चार बदमाशों को मर्डर की सुपारी दी थी जिसमे एक नाबालिग भी है। इस राज का पता उनके मोबाइल फोन से चला। पुलिस ने गौरव के मोबाइल फोन के जरिए उन लोगों की लिस्ट बनाई जिनसे हत्या के पहले उनकी बातचीत हुई थी। इसके अलावा पुलिस ने उनके सोशल मीडिया को भी खंगाला था। दिल्ली पुलिस ने तफ्तीश के बाद एक नाबालिग समेत सभी 4 आरोपियों मनोज, सूरज और सुमित को गिरफ्तार कर लिया है।