मध्यप्रदेश के शिवपुरी के सिरसौद थाना इलाके के भाव खेड़ी ग्राम में बुधवार को दो दलित बच्चों की हत्या करने का मामला सामने आया। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। जिला कलेक्टर श्रीमती अनुग्रह पी मृत बच्चों के परिजनों से मिलने पहुंची। कलेक्टर ने परिजनों से मुलाकात की और दुख की इस घड़ी में उनका हाल जाना।
पत्रिका की खबर के मुताबिक अनुग्रह ने बताया कि प्रशासन द्वारा नियमानुसार हर सम्भव मदद की जाएगी। उन्होंने परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के चैक सौपें।पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सिंह चंदेल, एसडीएम श्री अतेंद्र सिंह गुर्जर, डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी ट्राइबल विभाग पल्लवी वैद्य भी मौजूद थीं।
खबरों के मुताबिक उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा बच्चों के परिजनों को तत्काल आर्थिक मदद दी गई। पंचायत द्वारा अंतिम संस्कार के लिए 5-5 हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता दी गई। जैसे ही मामला कलेक्टर अनुग्रह पी के संज्ञान में आया उन्होंने तुरंत रेडक्रॉस से 25- 25 हजार रुपए कुल 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता बुधवार को ही स्वीकृत कर दी। आदिम जाति कल्याण विभाग की ओर से भी सहायता राशि परिजनों को दी गयी है।। इसमें 8 लाख 25 हजार की राशि प्रत्येक को दी जाना है। इसकी आधी राशि 4 लाख 12 हजार 500 रुपये के चैक मृत बच्चों के परिजनों को गुरुवार को सौपे गए।
सिरसौद थानांतर्गत ग्राम भावखेड़ी में बुधवार सुबह दबंग यादव भाइयों ने खुले में शौच करने वाले वाल्मीकि समाज के बुआ-भतीजे को लाठियों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
ग्राम भावखेड़ी निवासी मनोज वाल्मीकि का दस वर्षीय बेटा अविनाश और 13 साल की बहन रोशनी पुत्री कल्ला वाल्मीकि बुधवार सुबह 6:30 बजे शौच करने के लिए घर के बाहर सडक़ पर गए थे। जब दोनों शौच कर रहे थे तभी पड़ोस में रहने वालेे रामेश्वर व हाकिम यादव पुत्रश्रीलाल यादव वहां आ आए। उन्होंने बच्चों से कहा, तुम लोग सडक़ पर शौच कर सडक़ गंदी क्यों कर रहे हो ? इतना कहकर दोनों ने अविनाश व रोशनी को लाठियों से पीटना शुरू कर दिए। पिटाई से दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी।
सूत्रों का कहना है कि जब पुलिस ने आरोपी रामेश्वर व हाकिम को गिरफ्तार कर उनसे बच्चों की हत्या करने का कारण पूछा तो हाकिम ने कहा कि ‘मुझे भगवान का आदेश हुआ है कि, इस धरती पर राक्षसों का सर्वनाश कर दो’ इसलिए मैं राक्षसों का सर्वनाश करने निकला हूं
वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि देश के करोड़ों दलितों, पिछडों व धार्मिक अल्पसंख्यकों को सरकारी सुविधाओं से काफी वंचित रखने के साथ-साथ उन्हें हर प्रकार की द्वेषपूर्ण जुल्म-ज्यादतियों का शिकार भी बनाया जाता रहा है और ऐसे में मध्यप्रदेश के शिवपुरी में 2 बच्चों की नृशंस हत्या अति दुखद व अति निंदनीय है। शिवपुरी में दलित बच्चों की हत्या करने वालों को मिलनी चाहिए फांसी।
पत्रिका की खबर के मुताबिक अनुग्रह ने बताया कि प्रशासन द्वारा नियमानुसार हर सम्भव मदद की जाएगी। उन्होंने परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता के चैक सौपें।पुलिस अधीक्षक श्री राजेश सिंह चंदेल, एसडीएम श्री अतेंद्र सिंह गुर्जर, डिप्टी कलेक्टर एवं प्रभारी ट्राइबल विभाग पल्लवी वैद्य भी मौजूद थीं।
खबरों के मुताबिक उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा बच्चों के परिजनों को तत्काल आर्थिक मदद दी गई। पंचायत द्वारा अंतिम संस्कार के लिए 5-5 हजार रुपए की अंत्येष्टि सहायता दी गई। जैसे ही मामला कलेक्टर अनुग्रह पी के संज्ञान में आया उन्होंने तुरंत रेडक्रॉस से 25- 25 हजार रुपए कुल 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता बुधवार को ही स्वीकृत कर दी। आदिम जाति कल्याण विभाग की ओर से भी सहायता राशि परिजनों को दी गयी है।। इसमें 8 लाख 25 हजार की राशि प्रत्येक को दी जाना है। इसकी आधी राशि 4 लाख 12 हजार 500 रुपये के चैक मृत बच्चों के परिजनों को गुरुवार को सौपे गए।
सिरसौद थानांतर्गत ग्राम भावखेड़ी में बुधवार सुबह दबंग यादव भाइयों ने खुले में शौच करने वाले वाल्मीकि समाज के बुआ-भतीजे को लाठियों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
ग्राम भावखेड़ी निवासी मनोज वाल्मीकि का दस वर्षीय बेटा अविनाश और 13 साल की बहन रोशनी पुत्री कल्ला वाल्मीकि बुधवार सुबह 6:30 बजे शौच करने के लिए घर के बाहर सडक़ पर गए थे। जब दोनों शौच कर रहे थे तभी पड़ोस में रहने वालेे रामेश्वर व हाकिम यादव पुत्रश्रीलाल यादव वहां आ आए। उन्होंने बच्चों से कहा, तुम लोग सडक़ पर शौच कर सडक़ गंदी क्यों कर रहे हो ? इतना कहकर दोनों ने अविनाश व रोशनी को लाठियों से पीटना शुरू कर दिए। पिटाई से दोनों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी।
सूत्रों का कहना है कि जब पुलिस ने आरोपी रामेश्वर व हाकिम को गिरफ्तार कर उनसे बच्चों की हत्या करने का कारण पूछा तो हाकिम ने कहा कि ‘मुझे भगवान का आदेश हुआ है कि, इस धरती पर राक्षसों का सर्वनाश कर दो’ इसलिए मैं राक्षसों का सर्वनाश करने निकला हूं
वहीं बसपा प्रमुख मायावती ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि देश के करोड़ों दलितों, पिछडों व धार्मिक अल्पसंख्यकों को सरकारी सुविधाओं से काफी वंचित रखने के साथ-साथ उन्हें हर प्रकार की द्वेषपूर्ण जुल्म-ज्यादतियों का शिकार भी बनाया जाता रहा है और ऐसे में मध्यप्रदेश के शिवपुरी में 2 बच्चों की नृशंस हत्या अति दुखद व अति निंदनीय है। शिवपुरी में दलित बच्चों की हत्या करने वालों को मिलनी चाहिए फांसी।